जौनपुर। शाहगंज कोतवाली थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर पर रिश्वत मांगने और पैसे नहीं देने पर प्रताड़ित करने का गंभीर आरोप लगा है। पीड़ित ने मामले की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत तमाम उच्च अधिकारियों से करते हुए इंसाफ की गुहार लगाई है। नगर के भादी मोहल्ला निवासी रामनयन चौरसिया पुत्र रामराज ने मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में आरोप लगाया कि उनके मोहल्ले में गुंजा मौर्या और अमृता मौर्या नामक महिलाओं के बीच पट्टीदारी को लेकर विवाद हो रहा था। वहां कोतवाली में तैनात उप निरीक्षक अशोक कुमार सिंह भी पहुंचे थे और दोनों पक्षों से बात कर रहे थे। पीड़ित का कहना है कि वो भी वहां पहुंच गया तो उप निरीक्षक ने उससे दोनों पक्षों से कुछ पैसे दिलाने की बात कही। पीड़ित ने इंकार किया तो नाराजगी जताते हुए उसे कोतवाली में आने को कहकर चले गए। पीड़ित का आरोप है कि कोतवाली में उसे फिर से दोनों पक्षों से रिश्वत दिलाने के लिए कहा गया। मना करने पर थाने में बैठा लिया और देर शाम उसका शांतिभंग में चालान कर दिया। आरोप है कि उप निरीक्षक ने धमकी दी कि अभी तो मामूली धारा में चालान कर रहा हूं, आगे गांजा, भांग, कट्टा आदि की बरामदगी दिखाकर जेल भेज देंगे। आरोप है कि उपनिरीक्षक ने उसे भद्दी गालियां दीं। यह भी आरोप है कि उप निरीक्षक के आदेश पर कोतवाली में पहरे पर तैनात सिपाही ने भी पीड़ित को भद्दी गालियां दीं और लघुशंका तक के लिए भी नहीं जाने दिया।
पीड़ित ने मुख्यमंत्री, राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग, डीजीपी, प्रमुख गृह सचिव समेत उच्च अधिकारियों से अपील की है कि विभागीय जांच कराकर दोषी दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की जाए और जान माल की सुरक्षा की जाए।