40 साल पहले क्षेत्र के लोगों की सुविधा के लिए बनाए गए थे केंद्र
शिकायत के बाद भी अधिकारी गंभीर नहीं
धनंजय राय ब्यूरो/पूर्वांचल लाईफ
भदोही। गोपीगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत संचालित चकसुंदरपुर उप स्वास्थ्य केंद्र और अन्य भवन जर्जर हो गए हैं। क्षतिग्रस्त दीवार व जर्जर छत से खतरा बना हुआ है। यहां तैनात स्वास्थ्य कर्मी इस भवन में न बैठकर हेल्थ वेलनेस सेंटर में गर्भवती महिलाओं व बच्चों को टीकाकरण व जरूरी उपचार सुविधा मुहैया करा रही है।
ऐसे में हेल्थ वेलनेस सेंटर में अन्य बीमारियों के उपचारों को आने वाले पुरुष व महिला मरीजों को असुविधा हो रही है। लगभग 40 साल पहले स्वास्थ्य विभाग की ओर से उप स्वास्थ्य केदो का निर्माण हुआ था। 30 साल तक केंद्र में तैनात स्वास्थ्य कर्मियों का माह में एक-दो दिन उपस्थिति दिखती है। इसके नियमित न खोलने से लोग मवेशी बांधने आदि के प्रयोग में लेने लगे थे। वहीं शाम ढलती ही शरारती तत्वों व नशेड़ियों का जमावडा़ हो जाता था। रखरखाव के अभाव की चलते इस बीच भवन जर्जर हो गए। खिड़की दरवाजे भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। सुविधा न मिलने की तमाम शिकायतों के बाद उप केंद्र तो चालू कर दिया गया लेकिन जर्जर भवन के स्थान पर विभाग की ओर से भवन निर्माण को 7 साल बाद भी प्रयास शुरू नहीं किया गया। ऐसे में जर्जर भवन व सड़े- गले दरवाजों व खिड़कियों की वजह से स्वास्थ्य कर्मियों की ओर से हेल्थ वेलनेस सेंटर भवन में मरीजों का उपचार व प्रसव सुविधा मुहैया कराई जा रही है।
कोट्स
नहीं मिली प्रसव सुविधाऐ
भदोही। अस्पताल में तैनात एएनएम व सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के उप स्वास्थ्य केंद्र हेल्थ वेलनेस सेंटर में निवास न करने से रात में क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को प्रसव पीड़ा व अन्य दिक्कते होने पर दिक्कत होती है। केंद्र पर प्रसव सुविधा न मिलने से निजी अस्पतालों की शरण लेना विवशता है। शिकायत के बाद भी अधिकारी गंभीर नहीं है।
कोट्स
सर्वे कराकर उप स्वास्थ्य केंद्र भवन का मूल्यांकन कराया जाएगा -डॉ.संतोष कुमार चक सीएमओ
भदोही। सर्वे कराकर उप स्वास्थ्य केंद्र भवन का मूल्यांकन कराया जाएगा जैसी स्थिति होगी उसे हिसाब से मरम्मत या नया भवन निर्माण कराया जाएगा।
डॉ. संतोष कुमार चक सीएमओ।