“मरो चाहे जीओ” “धंधा है पर गंदा है”
जौनपुर। प्रदेश सरकार के निर्देशन में यातायात व्यवस्था को सुदृढ बनाने के लिए जनपद यातायात विभाग द्वारा जहाँ एक ओर युध्द स्तर पर आए दिन अभियान चलाया जा रहा हैं तो वही दूसरी तरफ शहरी क्षेत्र में बेखौफ बेधड़क होकर फर्राटा भरते ऐसे कई वाहन आए दिन देखने को मिल रही हैं जो सवारियों की जान को जोखिम में डाल कर अपने धंधे को चार चांद लगाने की जुगत में लगे हुए हैं। “सवारी मरे चाहे जीये” वाहन चालक को इसकी तनिक भी चिंता नहीं है यदि चिंता है तो बस कैसे भी हो चावल की बोरी की तरह सवारियों को ठूंस कर भरो और चलते बनो। इस खतरनाक धंधे को चार चांद लगाने में बेखौफ सवारियों का भी इसमें अहम किरदार है जो ऐसे चालकों को सह देने का कार्य करते हैं यदि ठूंस-ठूंस बेतरतीब तरह से सवारी नहीं बैठेगी तो क्या मजाल है चालक उन्हें अपने वाहन मे बैठा ले। प्रत्यक्षदर्शी वाकया 21 जून 2024 के दोपहर के पहर का है जब नगर के सिपाह की तरफ से यह वाहन शास्त्री पुल से बेखौफ होकर फर्राटा भरते हुए रोडवेज़ चौराहा अमरावती चौराहे की तरफ गुजर रहा था। क्या ऐसे वाहन पर यातायात/पुलिस विभाग की नजर नहीं पड़ी होगी जबकि ठीक चौराहे के निकट पुलिस बूथ स्थित है।