जौनपुर। इस संसार में नाम से बड़ा कुछ भी नहीं है तराजू के एक पलड़े पर नाम रखा जाए दूसरे पलड़े पर संसार की पूरी दौलत राखी दी जाए फिर भी नाम का पलड़ा भारी रहेगा। नाम ही सारे सुखों की खान है और दुखों को दूर करने का उत्तम एवं सरल रास्ता है। नाम की साधना करके अमर पद, कैवल्या पद, प्राप्त किया जा सकता है। सभी चाहते हैं कि हमें सुख से रहने का रास्ता मिले। पर रास्ता बताने वाला मिलना चाहिए।.. नाम.. प्रभु को प्राप्त करने का, भूत प्रेत से छुटकारा पाने का, सुख से रहने का, अपनी आत्मा को जागने का रास्ता है। नाम दान लेकर प्रभु की पूजा ध्यान सुमिरन भजन करें और मानव जीवन सफल बनाएं ।
प्रत्येक गुरुवार को सुबह 9:00 से दोपहर 12:00 तक नाम दान विश्व गुरु प्रभु जय सतनाम मंदिर पर दिया जाता है। विनीत परम सन्त -श्याम लाल सत नाम वंशी