आतंकी सांड के खौफ से स्वतंत्र हुए ग्रामीणों, पकड़ा गया सांड

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जौनपुर। शाहगंज तहसील क्षेत्र के मानीकलां गांव में इन दिनों एक सांड ने आतंक मचा रखा था। सांड के हमले से कई ग्रामीण घायल हो चुके थे। इसका खौफ इतना था कि लोग देखते ही रास्ता बदल देते थे। उत्तर प्रदेश के जौनपुर जनपद में स्थित एक गांव में इन दिनों एक सांड का खौफ छाया हुआ था। खौफ भी इतना था कि गांव के लोग उसको देख कर रास्ता बदल लेते थे। सांड के हमले से कई ग्रामीण घायल हो चुके थे। दरअसल यह मामला शाहगंज तहसील क्षेत्र के मानीकलां गांव का बताया जा रहा हैं था। इस गांव में एक आवारा सांड ने आतंक मचा रखा था। सांड के आतंक से ग्रामीण सहमे हुए थे ग्रामीणों में आवारा सांड का डर इस कदर हावी था कि ग्रामीण समूह बनाकर खेतों पर जाने को मजबूर हो गए थे। ऐसा इसलिए क्योंकि सांड किसी भी वक्त किसी पर भी हमला बोल देता था। बताया गया है कि गांव में घूमने वाला ये सांड ग्रामीणों को देखकर उग्र हो जाता था। वह ग्रामीणों पर लपक पड़ता था और हमला कर देता था। इसी के चलते इस सांड ने कुछ ही दिनों में दर्जनों लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर चुका है, इस सांड के खौफ से हालात ये थे कि गांव की गालियां सुनसान दिखाई पड़ने लगी थी। इस सम्बंध मे जब मिडिया के लोगो ने ग्राम विकास अधिकारी सुजीत कुमार यादव से बात की तो उनका कहना था गाड़ी भेज के उसको मंगवा कर गौशाला में भेजवा दिया जाएगा लेकिन दो दिन बीत जाने के बाद किसी के सर पर जू तक नहीं रेंगी थी। जब खबर अखबार में प्रकाशित हुई तो आनन फानन में पशु संरक्षण वाहन मानीकलां गांव मे भेजवा दिया गया। गांव के ही ग्रामीणों ने कई दिनों से प्रयास करने के बाद सोमवार की आधी रात को काफी मेहनत के बाद उस सांड को पकड़ने में सफल रहे। उसे गांव के ही एक ग्राउंड में बांध दिया गया। मंगलवार के दिन उसे पशु संरक्षण वाहन में लादकर मुडैला गौशाला में भेजवा दिया गया। सांड पकड़ने में मौजूद ग्रामीण मो०साबिर, फकरुद्दीन, राजू कुमार, वीरेंद्र कुमार, मो० आबिद, आसिफ, फरहान, आफताब आलम, नियाज़ अहमद, नौशाद अहमद, बिशमिल्लाह आदि ग्रामीण मौजूद रहे।

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