शाही ईदगाह में उठे हजारों हाथ, मांगी गई देश की तरक्की व अमनो अमान की दुआ
जौनपुर। सुबह से ही हजारों आस्थावान नमाजियों का जत्था नगर के मछली शहर पड़ाव स्थित शाही ईदगाह की तरफ रवाना होने लगा, लोगों की आवाजाही देखकर, हर कोई खुश नजर आ रहा था खुशी का त्योहार ईद उल अजहा बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर ठीक 8:00 बजे शाही ईदगाह में ईद की नमाज हजरत मौलाना अब्दुल जाहिद खुसैमा ने अदा काराई, इस मौके पर उन्होंने अपने खुतबे में कहा कि अगर दुनिया में अमन कायम करना है तो हर इंसान दूसरे इंसान के साथ वैसा ही सुलूक करें जैसा वह अपने लिए पसंद करता हो। उन्होंने बताया कि हजरत इब्राहिम अलैसलाम सलाम की सुन्नत के मुताबिक यह त्यौहार पिछले 5000 वर्षों से मनाया जा रहा है, जिसको इस्लाम के आखिरी पैगंबर हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो वाले वसल्लम की उम्मत पर भी वाजिब करार दिया गया, उन्होंने कहा कि कोई भी चीज जो खुदा की तरफ से अता की गई हो वह खुद की ना समझा जाए उसको खुदा की राह में खर्च कर देना ही सबसे बड़ी कुर्बानी है। कमेटी के प्रवक्ता रियाजुल ने बताया की रमजान के पवित्र महीने की समाप्ति के लगभग 70 दिनों बाद इसे मनाया जाता है। इस्लामिक मान्यता के अनुसार हज़रत इब्राहिम अपने पुत्र हज़रत इस्माइल को इसी दिन खुदा के हुक्म पर खुदा कि राह में कुर्बान करने जा रहे थे, तो अल्लाह ने उनके पुत्र को जीवनदान देकर पुत्र की जगह एक दूंबा “भेड़” फरिस्तो “देवदूत” के द्वारा रखवा दिया गया जिसकी याद में यह पर्व मनाया जाता है। खुदा सबसे अजीज चीज अपने पैगंबर हजरत इब्राहिम से कुर्बान करवाना चाहता था उन्होंने बहुत सारी चीजों को कुर्बान किया, लेकिन बार-बार उनको सपने के द्वारा सबसे अजीब चीज कुर्बान करने की बात कही गई आखिर में जब उन्होंने अपनी औलाद को कुर्बान करने के लिए छुरी चलाई तो खुदा को उनकी यह कुर्बानी बहुत पसंद आई क्योंकि उनको औलाद बुढ़ापे में खुदा की तरफ से अता की गई थी जो उनको बहुत अज़ीज़ थी। इस मौके पर कमेटी के सेक्रेटरी व सदर मोहम्मद शोएब अच्छू खां व एडवोकेट मुमताज मंसूरी ने संयुक्त रूप से शासन प्रशासन व आए हुए नमाजियों का खैर मखदम किया! वही ईदगाह के गेट पर क्षेत्र के गणमान्य लोग ईद की मुबारक देते हुए दिखे, क्या बच्चे, क्या बूढ़े, जवान सभी लोग एक दूसरे से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देते नजर आए। नमाज के बाद लोग अपने बच्चों के लिए खिलौनों की खरीदारी करते नजर आए। इस मौके पर शाही ईदगाह कमेटी के रियाजुल हक, एडवोकेट नियाज ताहिर शेखू, मास्टर तुफैल,हाजी इमरान, अबूजर अंसारी, शाहनवाज, अजीम जौनपुरी, जफर राजा, सरताज सनी, ताज मोहम्मद, आदि लोग मौजूद रहे।