जौनपुर। उ0प्र0मा0शिक्षक संघ (ठकुराई) के संरक्षक रमेश सिंह ने प्रदेश सरकार से यह मांग की है कि प्रदेश की माध्यमिक शिक्षा और शिक्षकों के साथ विभाग और सरकार द्वारा समय-समय पर तुगलकी प्रयोग किए जाने से शिक्षा एवं शिक्षकों की दशा सोचनीय होती जा रही है। इस क्रम में ताजा उदाहरण देते हुए रमेश सिंह ने अवगत कराया कि विभाग द्वारा जून के पहले सप्ताह में पर्यावरण दिवस के अवसर पर समर कैम्प आयोजित कर बच्चों को जागरूक करने के निर्देश जारी किए गए हैं।इसी प्रकार पिछले कई वर्षों से 21 जून को योग दिवस के अवसर पर भी विद्यालयों को खोलते हुए शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य की गयी है,जबकि विभाग और शासन द्वारा दिनांक 21मई से 30 जून तक सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में ग्रीष्मावकाश घोषित है।ऐसी स्थिति में यदि छुट्टियों के दौरान शिक्षकों से कार्य लिया जा रहा है तो नियमानुसार इस सेवा के बदले उन्हें उपार्जित अवकाश स्वीकृत किए जाने के निर्देश भी जारी होने चाहिए थे। लेकिन अधिकारी और विभाग तो केवल शोषण पर उतारू हैं।ऐसी स्थिति में उ0प्र0मा0शिक्षक संघ (ठकुराई) सरकार से यह मांग करता है कि ग्रीष्मावकाश के दौरान शिक्षकों को किसी कार्य में न लगाया जाय। यदि अपरिहार्य कारणों से ड्यूटी लगानी आवश्यक हो तो की गयी सेवा के दिनों के बदले शिक्षकों को उपार्जित अवकाश भी अनिवार्य रूप से स्वीकृत करने का निर्देश विभागीय अधिकारियों को जारी किया जाय।अन्यथा की दशा में इस शोषण के खिलाफ संगठन आन्दोलन के लिए विवश होगा जिसका सम्पूर्ण उत्तरदायित्व विभाग का होगा।
माध्यमिक शिक्षकों को समर कैम्प एवं योग दिवस पर की गयी सेवाओं के बदले विभाग उपार्जित अवकाश दे- रमेश सिंह
