राष्ट्रीय पासी विकास संघ ने सुप्रीमकोर्ट के फैसले का किया स्वागत
जौनपुर। शाहगंज एससीएसटी आरक्षण में उप वर्गीकरण के पक्ष में आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का राष्ट्रीय पासी विकास संघ ने स्वागत किया है। संघ के अध्यक्ष डॉ. अभिषेक रावत ने इसे ऐतिहासिक फैसला बताते हुए कहा कि क्रीमीलेयर लागू होने से अनुसूचित जाति के उस तबके को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा, जो आरक्षण होने के बावजूद उसके लाभ से अभी तक वंचित था। बताते चलें कि सुप्रीम कोर्ट की सात सदस्यीय बेंच ने गुरुवार को फैसला सुनाया कि एससीएसटी आरक्षण में उप वर्गीकरण करने में किसी प्रकार की कोई बाधा नहीं है। इस फैसले से एससीएसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर लागू होने के रास्ते खुल गए हैं। रविवार को मीडिया से बातचीत करते हुए डॉ. अभिषेक रावत ने कहा कि ये कटु सत्य है कि एससीएसटी आरक्षण का लाभ अनुसूचित जाति के उसी तबके को मिल रहा है, जो आर्थिक और सामाजिक रूप से सक्षम हो चुका है।
ऐसा वर्ग पीढ़ी दर पीढ़ी आरक्षण का लाभ ले रहा है। जो अनुसूचित जाति समाज का वास्तविक वंचित तबका है, वो आरक्षण का लाभ ले ही नहीं पा रहा। उन्होंने बताया कि वो अपने संघ के माध्यम से बीती ढाई साल से इस संबंध में मुहिम चला रहे हैं। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री तक को पत्र लिखकर इस संबंध में पहल करने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने उनकी मुहिम की प्रासंगिकता पर मुहर लगाई है। यह अनुसूचित जाति के वंचित तबके की जीत है। डॉ. रावत ने प्रेसवार्ता में कहा कि वो लगातार अपने समाज के बीच जाते रहे हैं। वहां उन्होंने देखा है कि अनुसूचित जाति में कितना बड़ा आर्थिक और सामाजिक असंतुलन है। गरीब परिवार खाने तक को मोहताज हैं, वहीं जो आरक्षण का लाभ लेकर सक्षम हो चुके हैं, उन्हें ही इसका लाभ मिलता जा रहा है।
विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध होने के सवाल पर डॉ. रावत ने कहा कि इस फैसले को राजनीतिक चश्मे से देखना गलत है। फैसले में साफ है कि उप वर्गीकरण सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में होगा। उन्होंने कहा कि जिनका लक्ष्य वंचित दलितों के उत्थान की बजाय अपना विकास करना है, वही इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। इस दौरान राष्ट्रीय पासी विकास संघ के जिलाध्यक्ष अवधेश पासवान भी मौजूद रहे।