चर्चित मराठी फिल्म निर्माता व निर्देशक अमोल भगत को मलेशिया के प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 2024 के निर्णायक मंडल में बतौर जज शामिल किया गया है। मराठी फिल्म उद्योग में अमोल भगत के शानदार योगदान ने, विशेष रूप से ‘पुणे टू गोवा’ जैसी फिल्म में उनके निर्देशन के माध्यम से उन्हें व्यापक पहचान दिलाई है। कहानी कहने और सिनेमाई दृष्टि में उनकी कुशलता ने लगातार दर्शकों और आलोचकों को समान रूप से आकर्षित किया है, जिससे फिल्म निर्माण व निर्देशन के क्षेत्र में विशिष्ट छवि के साथ उनकी स्थिति मजबूत हुई है। पुणे में जन्मे और बारामती के ग्रामीण परिवेश में पले बढ़े फिल्मकार अमोल भगत के लिए मलेशिया के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 2024 के लिए उनकी नियुक्ति उनके फिल्मी करियर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जिससे उनकी उपलब्धियों में एक और पंख जुड़ गया है। वैसे भी मलेशिया के I.F.F.M द्वारा प्रायोजित UFMC और नवा कर्नाटक फिल्म अकादमी, सिनेमाई उत्कृष्टता के प्रतीक के रूप में खड़ी है, जो दुनिया भर के फिल्म निर्माताओं और उत्साही फिल्मकारों को संबल प्रदान करती है। युवा निर्देशक अमोल भगत इन दिनों मलेशिया के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 2024 को लेकर काफी उत्साहित हैं और अपने आगामी ड्रीम प्रोजेक्ट ‘पुणे टू गोवा’ को अंतिम रूप देने के लिए क्रियाशील हैं। ‘पुणे टू गोवा’, कृषि से जुड़े एक नौजवान की दिल छू लेने वाली कहानी पर प्रकाश डालती है, जो अपने साधारण बिल्कुल पिछड़े गांव से गोवा के जीवंत तटों तक एक परिवर्तनकारी यात्रा पर निकलता है। इस सिनेमाई प्रयास के माध्यम से, अमोल भगत ग्रामीण जीवन के सार को स्क्रीन पर परिभाषित करने का प्रयास करते हैं, जो आकांक्षा, दृढ़ता और किसी के सपनों की खोज के विषयों से जुड़ा हुआ है। इस फिल्म का संगीत एक और अतिरिक्त आकर्षण है, जिसमें प्रसिद्ध गायक शाहिद माल्या, जावेद अली, और केतकी मटेगांवकर ने अपनी मधुर आवाज़ में भावपूर्ण गीतों को गाया है। विदित हो कि अमोल भगत के निर्देशन में बन रही फिल्म ‘पुणे टू गोवा’ कॉमेडी, सस्पेंस थ्रिलर और एक्शन का एक आकर्षक मिश्रण है जिसमें मराठी फिल्म जगत के चर्चित अभिनेता आदित्यराजे मराठे की दमदार भूमिका है। इस फिल्म में आदित्यराजे के साथ सुनील पाल और एहसान कुरशी जैसे नामचीन अभिनेता शामिल हैं।
प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय