जौनपुर। सुईथाकला/शाहगंज क्षेत्र के डीआरसी गुरुकुल महाविद्यालय ऊँचगांव में परीक्षा में सर्वोच्च अंक हासिल करने वाले मेधावियों को पुरस्कार वितरण समारोह रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच आयोजित हुआ। विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार और मनमोहक प्रस्तुति से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। बच्चों में कार्यक्रम की प्रस्तुति को लेकर एक अलग उत्साह और उमंग देखने को मिला। आज गली- गली अवध सजाएंगे, राम आएंगे इस समय हर सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सबसे अधिक प्रस्तुत किया जाने वाला ऐसा गीत है जो ट्रेंड बन गया है। कार्यक्रमों की प्रस्तुति करने वाले छात्र-छात्राओं के साथ- साथ सभी बच्चे आनंद से झूमते और नाचते गाते नजर आए। आपने देखा होगा कि विभिन्न कार्यक्रमों में तालियां बजाने को लेकर उदासीन लोगों को तालियां बजाने के लिए उत्साहित किया जाता है किंतु यहां उससे अलग माहौल था। सर्वोच्च अंक हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं को एसबीडी गुरुकुल महाविद्यालय एवं डीआरसी गुरुकुल पब्लिक स्कूल के प्रबंधक व ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि डॉ उमेश चंद्र तिवारी ने मेडल और कॉपी -कलम देकर पुरस्कृत किया। मेडल प्राप्त करके मेधावियों के चेहरे खुशी से चहक उठे। प्रबंधक ने कहा कि उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम हासिल करने पर जब बच्चों को मंच पर सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया जाता है तो उनके अंदर दबी हुई प्रतिभा निखर कर सामने आ जाती है।
उन्होंने कहा कि शिक्षक, अभिभावक और बच्चों के संयुक्त रूप से सार्थक दिशा में कार्य करने पर शिक्षा में बेहतर परिणाम आते हैं। उन्होंने शिक्षकों और अभिभावकों से विद्यालय और घर पर उनकी गतिविधियों पर नजर रखने और संस्कारित करने की अपील की।प्रबंधक ने शिक्षकों से आह्वान किया कि बच्चों को पुत्रवत स्नेह करते हुए ईमानदारी पूर्वक, कर्तव्य का बखूबी निर्वहन करते हुए उन्हें शिक्षित करें। बच्चों में बहुमुखी प्रतिभा का विकास करने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों, परीक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं में छात्र-छात्राओं के बीच प्रतिस्पर्धात्मक माहौल जरूरी है। पुरस्कार पाकर बच्चों का मनोबल बढ़ेगा और आगे बढ़ने की होड़ मचेगी। डॉ राकेश चंद्र तिवारी ने कहा कि आज के बच्चे ही कल के भविष्य हैं जो राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देंगे। देश का प्रतिनिधित्व करते हुए मजबूती प्रदान करेंगे।अभिभावकों के साथ बैठक में उन्होंने कहा कि निर्धारित समय पर मीटिंग में अवश्य शामिल हों।अपने बच्चों की प्रगति और उनमें कमियों में सुधार पर आपसी विचार – विमर्श अवश्य करें। उनके निदान के बारे में शिक्षकों को अपनी राय दें ताकि उन्हें बेहतर बनाया जा सके।संचालन प्रधानाध्यापक रमापति दुबे व शिक्षक अशोक कुमार ने संयुक्त रूप से किया। इस अवसर पर रत्नाकर सिंह, राजेश मिश्रा, विजय नारायण सिंह, प्रहलाद कुमार, आनंद मिश्रा, विकास यादव, अजय रावत सहित अन्य अभिभावक, समस्त शिक्षक एवं क्षेत्रीय नागरिक उपस्थित रहे।