भदोही जिले के युवा पत्रकार धनंजय राय ने एक गंभीर समस्या को लेकर पुलिस प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। श्री राय, जो आईएनडी 24 नेशनल टीवी चैनल के चीफ ब्यूरो हैं, ने अपने व्हाट्सएप नंबर के बार-बार हैंग होने और इसके चलते पेश आ रही परेशानियों को लेकर पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र दिया है।
पत्रकार धनंजय राय ने बताया कि उनका व्हाट्सएप नंबर 8181811497, जिसका उपयोग वे समाचार और वीडियो भेजने के लिए करते थे, 26 मई 2025 से शरारती तत्वों द्वारा हैंग कर दिया गया। इसके बाद उन्होंने दूसरा नंबर 9453532454 लिया, लेकिन वह भी सुरक्षित नहीं रहा और शरारती तत्वों ने उसे भी हैंग कर दिया। इतना ही नहीं, तीसरे नंबर 9454323547 को भी एक घंटे के भीतर हैंग कर दिया गया।
इन परिस्थितियों के चलते श्री राय न केवल चैनल को समाचार भेजने में असमर्थ हो गए हैं, बल्कि उनकी व्यक्तिगत और पेशेवर छवि पर भी असर पड़ा है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि इस समस्या के चलते उनकी जान-माल को खतरा है।
श्री राय ने बताया कि उन्होंने 3 जून 2025 को थाना चौरी में इस मामले की शिकायत की थी, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। ऐसे में, उन्होंने पुलिस अधीक्षक से इस मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करने और उनकी व्हाट्सएप समस्या को हल कराने की अपील की है।
पत्रकारों की सुरक्षा और डिजिटल प्लेटफॉर्म की चुनौतियां
पत्रकारिता के क्षेत्र में तकनीक का उपयोग तेजी से बढ़ा है, लेकिन इसके साथ ही डिजिटल खतरों ने भी अपने पैर पसार लिए हैं। व्हाट्सएप हैंगिंग जैसी घटनाएं न केवल पत्रकारों के पेशेवर कामकाज को बाधित करती हैं, बल्कि उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा को भी खतरे में डालती हैं।
पुलिस प्रशासन से अपेक्षा है कि वह इस प्रकरण की तह तक जाकर शरारती तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे। साथ ही, पत्रकारों को डिजिटल सुरक्षा के उपायों से अवगत कराने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाए।
इस मामले में श्री राय ने जो पीड़ा व्यक्त की है, वह न केवल उनकी व्यक्तिगत समस्या है, बल्कि यह सभी पत्रकारों के लिए एक चेतावनी है कि डिजिटल सुरक्षा को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। यह घटना पत्रकारिता क्षेत्र में स्वतंत्रता और सुरक्षा के महत्व को दोबारा रेखांकित करती है।
श्री राय ने इस प्रकरण में प्रशासन से तुरंत कार्यवाही करने और उनकी समस्या को हल करने की अपील की है, ताकि वे अपने पेशेवर कर्तव्यों का निर्वहन सुचारू रूप से कर सकें।