जौनपुर। शाहगंज तहसील
क्षेत्र के बड़ागांव में आठवीं मोहर्रम का ऐतिहासिक जुलूस पुलिस के कड़ी सुरक्षा में निकला। हज़रत अब्बास अलमबरदार की याद में अलम-ए मुबारक व शबीहे -ए ज़ुलजनाह का जुलूस निकाला गया। जुलूस में शामिल अकीदत मंदों द्वारा तबल बजाते चल रहे थे, जगह जगह लोगों ने शर्बत और तबर्रुक भी तकसीम किया गया। देढ़ दर्जन से अधिक शबीहे -ए ज़ुलजनाह के साथ अलग-अलग अंजुमनों अपने अपने अंदाज नौहा मातम पेश किया। जुलूस की प्रारंभिक तकरीर मौलाना सैयद आज़मी अब्बास द्वारा की गई, इसके बाद जुलूस अपने प्राचीन मार्ग से भ्रमण करता हुआ बाजार के रास्ते लखनऊ-बलिया राजमार्ग स्थित मौला अब्बास के रौज़े पर जाकर संपन्न किया गया। जुलूस का संचालन असगर मेहंदी गुड्डू द्वारा किया गया। जुलूस का आगाज़ जौनपुर के मशहूर शायर व हुसैनी मिशन के जनरल सेक्रेटरी सैयद परवेज़ मेहदी शहर अर्शी ने किया।
ज़ायरीनो का समूह सायंकाल से ही इमाम बारगाह नूर मंज़िल में पहुँचकर जुलूस की प्रारंभिक तकरीर की प्रतीक्षा करते दिखे।
ऐतिहासिक जुलूस की अध्यक्षता सादर-ए हुसैनी मिशन सैयद जीशान हैदर द्वारा की गई। जुलूस का नेतृत्व मोहम्मद शारिक पुत्र स्व डॉ अली कौसर खान, एडवोकेट अली असद ने संयुक्त रूप से किया। सुरक्षा के लिहाज़ से शाहगंज कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मनोज ठाकुर उपनिरीक्षक, गोवर्धन प्रसाद, मुख्य आरक्षी अनंत यादव, दिवाकर यादव, आरक्षी विशाल कुमार, राजन कुमार ओंमकार, समेत अन्य पुलिसकर्मी चक्रमण, करते दिखे। वहीं एलआईयू के अधिकारी भी जुलूस पर अपनी नज़र गड़ाए रहे। यातायात में खलल न पड़े इसके लिए पुलिस के जवान भी चौकस दिखे। इस मौके पर प्रमुख रूप से हसन मेहंदी, समीम हैदर, पूर्व प्रधान मोहम्मद अजहर, हसन रजा, सैयद अबूज़र आब्दी, वारिस हाशमी, मुजाहिद हुसैन, बब्लू इलेक्ट्रीशियन समेत अंजुमन गुंच-ए नासेरूल रज़ा, अंजुमन नासिरुल रजा, अंजुमन तमन्ना-ए ज़हरा के तमाम सदस्य समेत हजारों की संख्या में ज़ायरीन उपस्थित रहे।