जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के पर्यावरण विज्ञान विभाग की ओर से सेवा पखवाड़ा के तहत सोमवार को एक अनूठी पोस्टर प्रदर्शनी आयोजित की गई। इस प्रदर्शनी में विद्यार्थियों ने पर्यावरण संरक्षण, मानसिक स्वास्थ्य और साइबर सुरक्षा जैसे समकालीन विषयों पर 100 से अधिक पोस्टर प्रस्तुत कर सबका ध्यान खींचा।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण विद्यार्थियों की रचनात्मकता और सामाजिक सरोकार से जुड़ी उनकी संवेदनशील अभिव्यक्ति रही। “जल, जंगल और जमीन यदि सुरक्षित रहेंगे तो जीवन भी सुरक्षित रहेगा”—यही संदेश प्रदर्शनी का केन्द्रीय बिंदु रहा।
पर्यावरण विभागाध्यक्ष एवं जल संचयन-जन भागीदारी के नोडल अधिकारी डॉ. विवेक कुमार पांडेय ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के बिना मानव जीवन की कल्पना अधूरी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वर्षा जल का संचयन, सतत प्रबंधन और भूगर्भ जल के अत्यधिक दोहन पर रोक ही जीवन की असली सुरक्षा कवच बन सकती है।
प्रदर्शनी की संयोजक डॉ. अन्नू त्यागी ने विद्यार्थियों की पहल को सराहते हुए कहा कि पर्यावरण संकट और मानसिक स्वास्थ्य आज की बड़ी चुनौतियां हैं। इसके साथ ही बढ़ते साइबर अपराधों से बचाव को लेकर जागरूकता पैदा करना भी समय की मांग है। विद्यार्थियों के पोस्टरों ने इन तीनों ही विषयों पर गहरा संदेश दिया है।
इस अवसर पर विज्ञान संकाय के डीन प्रो. राजेश शर्मा, प्रो. राम नारायण, डॉ. मनीष गुप्ता, डॉ. विवेक सिंह, डॉ. दीपक कुमार, डॉ. सिपाही लाल, डॉ. दिनेश कुमार और डॉ. ए. के. मौर्य सहित अनेक शिक्षक मौजूद रहे। सभी ने विद्यार्थियों की सृजनात्मकता की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से युवाओं में सामाजिक जिम्मेदारी की भावना मजबूत होती है।