मीरगंज (जौनपुर)। प्राथमिक विद्यालयों के मर्जर से बंद हुए स्कूलों को लेकर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मंगलवार को मीरगंज खास स्थित बंद पड़े प्राथमिक विद्यालय पर पहुंचकर अभिभावकों और बच्चों के साथ विरोध प्रदर्शन किया।
संजय सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार एक ओर शराब की दुकानें खोलने में तेजी दिखा रही है, वहीं दूसरी ओर बच्चों की शिक्षा की नींव को कमजोर कर रही है। उन्होंने कहा, “सरकार पाठशालाएं बंद कर रही है और मधुशालाएं खोल रही है। यह अन्याय हम नहीं होने देंगे।”
उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की कि जिन प्राथमिक विद्यालयों को मर्जर के नाम पर बंद किया गया है, उन्हें पुनः चालू किया जाए। सांसद ने मीरगंज खास में अभिभावकों के साथ बैठक की और फिर बच्चों के साथ पैदल मार्च करते हुए मर्जर किए गए विद्यालय तक पहुंचे। वहाँ उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए।
संजय सिंह ने कहा कि स्कूल मर्जर का फैसला ग्रामीण शिक्षा प्रणाली की रीढ़ तोड़ने जैसा है। उन्होंने हाईकोर्ट द्वारा मर्जर के खिलाफ याचिका खारिज किए जाने पर चिंता जताई और बताया कि अब मामला सुप्रीम कोर्ट में ले जाया जाएगा।
प्रदर्शन के दौरान संजय सिंह ने एक छोटे बच्चे को गोद में लेकर कहा, “बताइए, यह बच्चा ढाई किलोमीटर दूर हाईवे पार करके स्कूल कैसे जाएगा? अगर कोई हादसा होता है तो जिम्मेदार कौन होगा – सरकार या प्रशासन?”
इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में ग्रामीण, छात्र और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता शामिल हुए। संजय सिंह ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी शिक्षा के अधिकार की लड़ाई हर मंच पर लड़ेगी।