स्टेशनों पर ट्रेन ठहराव, आरक्षण केंद्र और डबल लाइन की मांग प्रमुख मुद्दे
लखनऊ। उत्तर रेलवे जोनल उपभोक्ता सलाहकार समिति के अध्यक्ष विनय जायसवाल ने बृहस्पतिवार को लखनऊ मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) सुनील वर्मा से मुलाकात कर पूर्वांचल क्षेत्र से जुड़ी अनेक महत्वपूर्ण रेलवे समस्याओं को लेकर विस्तृत चर्चा की। इस दौरान उन्होंने क्षेत्रीय यात्रियों की समस्याओं से डीआरएम को अवगत कराते हुए कई अहम माँगें भी रखीं।
विनय जायसवाल ने जोर देकर कहा कि वाराणसी-सुल्तानपुर रेलखंड के बक्सा और सरायहरखू रेलवे स्टेशनों पर फरक्का एक्सप्रेस, गंगा-जमुना एक्सप्रेस और सटल एक्सप्रेस जैसी प्रमुख ट्रेनों का ठहराव सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने बताया कि इन स्टेशनों के आसपास के करीब 70 गांवों की लगभग दो लाख आबादी के लिए यह ठहराव अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि वर्तमान में यात्रियों को निकटतम स्टेशनों तक पहुंचने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
इसके साथ ही उन्होंने खेतासराय रेलवे स्टेशन पर पिछले 10 वर्षों से बंद पड़े आरक्षण केंद्र को पुनः चालू कराने की मांग की। उन्होंने बताया कि खेतासराय, वाराणसी-अयोध्या रेल मार्ग का प्रमुख स्टेशन है जिसे ‘बी’ श्रेणी का दर्जा प्राप्त है। आरक्षण केंद्र के न होने के कारण यात्रियों को टिकट के लिए 10 किमी दूर शाहगंज या 25 किमी दूर जौनपुर जंक्शन जाना पड़ता है, जिससे समय और संसाधनों की भारी बर्बादी होती है।
जायसवाल ने एक अन्य बड़ी समस्या की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि जाफराबाद से जौनपुर के बीच सिंगल लाइन होने के कारण इस मार्ग की अधिकांश ट्रेनें घंटों देरी से चलती हैं, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा होती है। उन्होंने इस रेलखंड को प्राथमिकता के आधार पर जल्द से जल्द डबल करने की मांग रखी।
बैठक के दौरान डीआरएम सुनील वर्मा ने जायसवाल द्वारा उठाए गए सभी बिंदुओं को गंभीरता से लेते हुए उन्हें उचित स्तर पर भेजने और यथासंभव समाधान का भरोसा दिलाया।