मूट कोर्ट विद्यार्थियों के व्यावहारिक प्रशिक्षण की रीढ़ : गौतम बघेल

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जौनपुर । वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के दत्तोपंत ठेंगड़ी विधि संस्थान द्वारा शनिवार को एक ऑनलाइन सत्र का आयोजन किया गया। इसमें विधि विभाग के सभी शिक्षकगण ने सक्रिय भागीदारी निभाई।

सत्र में इलाहाबाद उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता गौतम बघेल ने “विधि विभाग में मूट कोर्ट संचालन के लिए सुझाव” विषय पर विस्तारपूर्वक मार्गदर्शन प्रदान किया। उन्होंने कहा कि मूट कोर्ट विधि छात्रों के व्यावहारिक प्रशिक्षण की रीढ़ है और इसके माध्यम से छात्र न्यायालयीन वातावरण का वास्तविक अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। श्री बघेल ने यह भी बताया कि मूट कोर्ट के माध्यम से छात्रों में तर्कशक्ति, प्रस्तुति क्षमता, कानूनी विश्लेषण और न्यायिक सोच का विकास होता है।

उन्होंने विभाग के शिक्षकों को सुझाव दिया कि मूट कोर्ट की कार्यप्रणाली को और प्रभावी बनाने के लिए छात्रों को नियमित अभ्यास सत्र और केस स्टडी आधारित प्रशिक्षण उपलब्ध कराना चाहिए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए वास्तविक मामलों पर आधारित व्यावहारिक अनुभव देने की भी आवश्यकता बताई।

विभागाध्यक्ष एवं निदेशक प्रो. विनोद कुमार ने वरिष्ठ अधिवक्ता श्री गौतम बघेल के मार्गदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के सत्र छात्रों और शिक्षकों दोनों के लिए अत्यंत लाभकारी होते हैं।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. राजन तिवारी ने किया।
इस अवसर पर निदेशक प्रो. विनोद कुमार, डॉ. अनुराग मिश्र, मंगला प्रसाद यादव, डॉ. वनिता सिंह, डॉ. प्रियंका कुमारी, डॉ. दिनेश सिंह, डॉ. इंद्रजीत सिंह, श्रीप्रकाश यादव, डॉ. राहुल राय, डॉ. रजित राम सोनकर, डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ. राजन तिवारी, प्रगति सिंह एवं जीशान अली सहित सभी शिक्षकगण अपने-अपने सुझाव प्रस्तुत किए।

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