कैकेई को दो बर व राम वनगमन की लीला देख श्रोतागण हुए भावविभोर

Share

#श्रीराम के जयकारे से क्षेत्र गुंजायमान रहा

पूर्वांचल लाइफ पंकज जयसवाल

शाहगंज जौनपुर Iऐतिहासिक श्री रामलीला मंचन के अगले चरण में शुक्रवार को देवासुर संग्राम की स्मृति, राम कौशल्या संवाद, राम सीता संवाद, लक्ष्मण सुमित्रा संवाद, राम वन गमन, तमशा निवास, श्रृंगवेरपुर निवास की लीला का मंचन प्रस्तुत किया गया। इस दौरान भारी संख्या में उपस्थित श्रोतागण लीला मंचन में मंत्रमुग्ध दिखे ।
नगर की ऐतिहासिक रामलीला में चल रहे बीस दिवसीय मंचन के अगले क्रम में शुक्रवार को नगर के गांधीनगर कलेक्टरगंज स्थित रामलीला मंच पर भक्तों द्वारा रामदरबार की आरती की गई। वृंदावन की आदर्श रासेश्वरी रामलीला मंडली द्वारा प्रस्तुत तीसरे दिन के लीलांस में देवासुर संग्राम में कैकेई पराक्रम का स्मृति मंचन किया गया। वहीं श्रीराम, माता सीता और भ्राता लक्ष्मण के वन जाने पर पूरी अयोध्या राम वियोग में डूब गई। राजा दशरथ की मनोव्यथा ऐसी रही कि यदि वे कैकेई के दोनो वर मान लेते तो रघुकुल रीति में पुत्र का मोह आड़े आता, यदि नहीं तो धर्म और सत्य पर कलंक। उधर मुनि वेष में श्रीराम जानकी और लक्ष्मण के साथ भारी संख्या में वन जा रहे अयोध्यावासीयों को तमाशा नदी किनारे सोता छोड़ दबे पांव श्रृंगवेरपुर चले गए। जहां निषादराज ने श्रृंगवेरपुर वासियों के साथ श्रीराम का भव्य स्वागत सत्कार किया। लीला का मंचन देख भारी संख्या में उपस्थित रामभक्तों ने अश्रु छलक उठे।सभी भावविभोर हो उठे। श्रीराम के जयकारों से परिसर गुंजायमान रहा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!