धनंजय राय,पूर्वांचल लाइफ
भदोही। सीतामढ़ी स्थित पवित्र महर्षि वाल्मीकि गंगा घाट पर इन दिनों श्रद्धालुओं को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। गंगा का जलस्तर लगातार घट रहा है, जिससे घाट की सीढ़ियों और आसपास के क्षेत्र में कीचड़ फैल गया है। इसके चलते न केवल आवाजाही में दिक्कतें हो रही हैं, बल्कि दुर्गंध और गंदगी के कारण पूजा-पाठ और धार्मिक गतिविधियां भी प्रभावित हो रही हैं।
यह घाट भदोही, जौनपुर और मिर्जापुर तीन जिलों को जोड़ता है और धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र माना जाता है। प्रतिदिन यहां सैकड़ों श्रद्धालु गंगा स्नान व पूजा-अर्चना के लिए आते हैं, विशेषकर सुबह के समय। लेकिन कीचड़ और गंदगी के कारण न सिर्फ श्रद्धालु असहज महसूस कर रहे हैं, बल्कि फिसलकर गिरने की घटनाएं भी सामने आई हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जलस्तर घटने के बावजूद प्रशासन घाट की समुचित सफाई कराने में विफल रहा है। स्थिति यह हो गई है कि श्रद्धालुओं को गंगा स्नान करने की बजाय गंदगी और बदबू का सामना करना पड़ रहा है।
श्रद्धालुओं और क्षेत्रीय निवासियों ने प्रशासन से तत्काल घाट की सफाई और व्यवस्था सुधारने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि समय रहते सफाई कार्य शुरू नहीं हुआ, तो सावन के महीने और आगामी धार्मिक आयोजनों में श्रद्धालुओं की संख्या में गिरावट आ सकती है, जिससे धार्मिक पर्यटन भी प्रभावित होगा।
अब जरूरत है कि प्रशासन सतर्क हो और घाट को स्वच्छ तथा सुरक्षित बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए।