एग्रोफारेस्ट्री योजनान्तर्गत तैयार होंगे वनीय एवं फलदार पौध

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जौनपुर। जिला उद्यान अधिकारी डॉ सीमा सिंह राणा ने बताया है कि लगभग 10 वर्षों से बंद पड़े राजकीय औद्यानिक प्रक्षेत्र परमानंदपुर केराकत में एग्रो फॉरेस्ट्री योजना के तहत वन्य पौध एवं फलदार पौधों उत्पादन के लिए हाईटेक नर्सरी की स्थापना की गई है। खाली पड़े प्रक्षेत्र पर लगातार अवैध रूप से कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा था। जिला उद्यान अधिकारी ने प्रयास करके एक हाईटेक नर्सरी की स्थापना करने में सफलता प्राप्त की है। जिसमें एक यूनिट हाईटेक नर्सरी निर्माण 500 वर्गमीटर में ड्रिप ईरीगेशन के साथ मल्चिंग, एक यूनिट पालीहाउस का निर्माण 500 वर्गमीटर में ड्रिप ईरीगेशन के साथ मल्चिंग तथा एक यूनिट शेडनेट हाउस निर्माण 1000 वर्गमीटर में ड्रिप ईरीगेशन के साथ मल्चिंग कुल 3 एकड़ में ड्रिप ईरीगेशन के साथ मल्चिंग स्थापना की गयी है। शीघ्र ही उत्पादन कार्य प्रारंभ किया जाएगा और कृषकों को सरकारी दर पर वनीय एवं फलदार पौध जैसे चंदन, सागौन, यूकेलिप्टस, बॉस, महोगनी, अनार, आंवला, बेल, एपल बेर, अमरूद, पापुलर, नीबू, चीकू, अंजीर, सीताफल, सहतूत, इत्यादि पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे जिला मुख्यालय से काफी दूरी होने के कारण कृषकों को योजनाओं के लाभ मिलने में भी सुविधा होगी। जिससे निश्चित रूप से उन्हें आर्थिक लाभ होगा। एग्रोफारेस्ट्री से होने वाले लाभ के बारे में बताया है कि प्राकृतिक कार्बन भंडारण और मृदा संरक्षणके माध्यम से जलवाय परिवर्तन के प्रति लचीलापन बढ़ाना। टिकाऊ उत्पादों और बाजार पहुंच को बढ़ावा देकर स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को समर्थन देना। एकल फसलों पर निर्भरता कम करके उच्च उत्पादकता और खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देना है।

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