पूर्वांचल लाइफ/जौनपुर
जौनपुर/खुटहन
जिले के सीमावर्ती व सुल्तानपुर जिले के करौंदी क्षेत्र के दशगरपारा गांव के बबुआन पुरवा से अमेठी के लिए गयी बारात में शामिल तीन युवकों की हादसे में एक साथ मौत से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। उन्हें क्या पता था कि सज धजकर वे जिस बारात में सामिल होने जा रहे हैं,यह उनके जीवन का अंतिम समारोह होगा। यह दुर्घटना बुधवार की बारात में भोजन के बाद स्कार्पियो वाहन से लौटते समय अमेठी में हुई। ट्रक से आमने सामने टक्कर में तीन की मौत व चार लोगों के घायल होने की खबर गांव में पहुंचते ही स्वजनों में कोहराम मच गया। गांव निवासी अपने पिता कि इकलौती संतान 48 वर्षीय नरेंद्र प्रताप सिंह,23 वर्षीय पड़ोसी अमृतेष सिंह, रूपक विश्वकर्मा, ऋषभ सिंह, यश सिंह व देव सिंह तथा एक ब्यक्ति अज्ञात गांव के ही रजनीश सिंह के विवाह समारोह में शामिल होकर रात लगभग दस बजे स्कार्पियो वाहन में बैठ वापस घर आ रहे थे। रास्ते में हुए हादसे में तीन की मौत तथा ऋषभ, यश सिंह व देव सिंह तथा एक अज्ञात गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना में मृत नरेंद्र प्रताप सिंह अपने पिता की अकेली संतान थे। इनके माता और पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। नरेंद्र की मौत की खबर मिलते ही पत्नी सविता व पुत्र सनी और ऋतिक दहाड़े मारकर रोने लगे। वहीं तीन बहनों के बीच अकेला भाई अमृतेष की मौत ने पिता पिंकू सिंह व माता किरन सिंह को झकझोर कर रख दिया है। तीसरी मौत गांव के ही महंत विश्वकर्मा के 22 वर्षीय पुत्र रूपक विश्वकर्मा की हुई है। मनहूस खबर से माता सुदामा देवी रोते रोते बेहोश हो जा रही है। मृतक के भाई दीपक और सूरज तथा बहन सविता के रोने बिलखने से पूरा माहौल गमगीन हो गया।