पोषण टैकर एप्प संचालन में समस्त आगनबाड़ी कार्यकत्री हो टेन्ड-सीडीओ
धनंजय राय ब्यूरो/पूर्वांचल लाईफ
भदोही। आईसीडीएस विभाग के अंतर्गत पोषण मिशन की प्रगति समीक्षा बैठक जिलाधिकारी विशाल सिंह की अध्यक्षता कलेक्टेट सभागार में सम्पन्न हुई। जिलाधिकारी विशाल सिंह ने निर्देश दिया कि सम्भव अभियान के अन्तर्गत सैम बच्चों की फीडिंग की स्थिति में अपेक्षित सुधार किया जाय। समस्त आगनबाड़ी कार्यकत्रियों को पोषण टेकर एप्प का शत्-प्रतिशत प्रशिक्षण टेनिंग कराया जाना सुनिश्चित हो। पोषण पुनार्वास केन्द्र में सैम बच्चों को भर्ती कराये जाने हेतु निर्देश दिये। प्रत्येक माह राशन वितरण की फीडिंग, गृह भ्रमण, दक्षता मापन, पोषण टेकर पर करना सभी सीडीपीओ सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी बीडीओ को निर्देशित किया कि स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय स्थापित करते हुए अनटाइड फन्ड से आगनबाड़ी कार्यकत्रियों के लिए वजन मशीन को क्रय कर ले। उन्होंने समुदाय आधारित गतिविधियों के जॉच करने हेतु जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया। पोष्टाहार का वितरण, शत-प्रतिशत हर हाल में ससमय वितरण हो जाना चाहिए। पोषण के दृष्टिगत सहजन का वृक्ष लगाया जाना सुनिश्चित करें। जिन आगनबाड़ी केन्द्रो पर वजन व लम्बाई, तौल मशीन नही है बगल के केन्द्र से समन्वय बनाते हुए उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। नवागत जिला कार्यक्रम अधिकारी दिनेश कुमार मिश्रा ने बताया कि राज्य पोषण मिशन के अन्तर्गत जनपद स्तर पर नामित नोडल अधिकारी एवं कन्वर्जेन्स समिति के सदस्य आदर्श आगनबाड़ी केन्द्र बनाये जाने हेतु गोद लेने वाले समस्त जिला/ब्लाक स्तरीय अधिकारी एवं जिला पोषण समिति एवं निवारण समिति के सदस्यों के साथ पोषण सम्बन्धित विभिन्न आयामों पर समीक्षा की गयी। उन्होंने बताया कि सही पोषण-देश रोशन भाव के अन्तर्गत बच्चों के पोषण की स्थिति कुपोषित/अतिकुपोषित बच्चों, एन0आर0सी0, वी0एच0एन0डी0, पोषण टैकर, होम विजिट, ब्लाक कन्वर्जेन्स समिति की बैठक, 11 से 14 वर्ष की स्कूल न जाने वाली किशोरी बालिकाओं एवं एनीमिक किशोरियों की सूचना, आयरन गोली की उपलब्धता, कुपोषित बच्चों के परिवारों को शौचालय/राशन कार्ड/जाब कार्ड से लाभान्वित कराये जाने की स्थिति, पोषण वाटिका, आदर्श आगनबाड़ी केन्द्र बनाये जाने हेतु अधिकारियों को आवंटित केन्द्रो का विवरण, ऑगनबाड़ी केन्द्र भवन की स्थिति आदि बिन्दुओं पर समग्र आयामों से समीक्षा करते हुए और अधिक प्रभावी व क्रियाशील बनाने का निर्देश दिया गया। मुख्य विकास अधिकारी डॉ0 शिवाकांत द्विवेदी ने जच्चे-बच्चे के पोषण सम्बन्धी कार्याे में शिथिलता व लापरवाही बरतने पर सुपरवाईजर व आगनबाड़ी कार्यकत्रियों को कड़ी फटकार लगायी। मुख्य विकास अधिकारी ने सैम-मैम बच्चों के चिन्हाकन हेतु नए तरीकों व आयामों पर बल दिया। उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्र पर मौजूद डायरी में दिनभर की समस्त क्रियाकलापों का विवरण उल्लिखित करने का निर्देश दिया। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 संतोष कुमार चक, प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी मंजू वर्मा, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, समस्त एमओआईसी, समस्त सी0डी0पी0ओ0, यूनीसेफ़ प्रभारी एवं सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहें।