पूर्वांचल लाईफ
जौनपुर केराकत : जनपद में छठ पूजा की तैयारियां तेज है ,शीघ्र ही सफाई कर बेदी बनाने लग जाएंगी महिलाएं इसलिए स्थानीय प्रशासन से आग्रह है कि समय रहते घाटों की समुचित साफ सफाई करवा ले। उक्त बाते एक कार्यक्रम में गंगा समग्र अभियान के तहत गोमती समग्र अभियान के मंडल संयोजक केराकत पंकज सीबी मिश्रा नें कही। उन्होंने कहा कि सूर्य उपासना के महापर्व छठ पूजा की तैयारियों ने नदियों के घाटों पर रौनक बढ़ा दी है। बुधवार की सुबह से ही अब घाट पर व्रतधारी महिलाएं दिखने लगीं है और अपने-अपने पूजा स्थलों का चयन करने और तैयारी करने में लग गईं है। महिलाओं ने पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ घाट की सफाई कर गोबर और मिट्टी से बेदियां (वेदी) तैयार करती है अब प्रशासन को भी सहयोग शुरू कर देना चाहिए , ताकि चार दिनों तक चलने वाले इस लोकआस्था के पर्व की शुरुआत विधि-विधान से की जा सके। भक्ति और उल्लास के इस माहौल के बीच तालाबों की दुर्व्यवस्था और सफाई की कमी ने श्रद्धालुओं की परेशानी बढ़ा दी है। तालाब के घाटों पर जगह-जगह कीचड़, फिसलन और कचरे के ढेर देखे गए। कई महिलाओं ने नाराजगी जताते हुए कहा कि हर वर्ष छठ पर्व से पहले नदी के घाटों का समतलीकरण, सफाई और प्रकाश व्यवस्था की जाती है पर अभी तक इस पर कोई सारगर्भित निर्णय नहीं हुआ है। एक स्थानीय महिला ने कहा कि हम छठ से पूर्व सुबह खुद झाड़ू लगाते हैं, मिट्टी ढोकर बेदी बनाते हैं पॉलीथिन बीनते है। नगर निगम की ओर से भी कोई स्थाई मदद नहीं मिलती। पंकज सीबी मिश्रा नें बताया कि गोमती समग्र अभियान की टीम भी घाटों के साफ सफाई व्यवस्था में लगेगी और छठ माता के व्रत में कोई कमी नहीं रखेंगे। कई महिलाओं ने कहा कि अगर टीम और वे खुद सफाई और व्यवस्था न संभालें, तो पूजा स्थल तैयार कर पाना मुश्किल होता। हालांकि प्रशासनिक स्तर पर निरीक्षण का दावा किया होता रहा है, लेकिन श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए व्यवस्थाएं अपर्याप्त हैं। कई स्थानों पर रोशनी और शौचालय जैसी सुविधाओं की भी कमी बताई जाती रही है। इसके बावजूद घाटों पर आस्था का माहौल चरम पर है। महिलाएं परिवार के साथ मिलकर “अर्घ्य स्थल” तैयार करती हैं, कोई मिट्टी और गोबर से बेदी बनाती है तो कोई दीप और सजावट की व्यवस्था में जुटी रहती है। उधर काशी के घाटों पर आस्था और अव्यवस्था का संगम देखने को मिल रहा है। श्रद्धालु महिलाएं एक स्वर में कह रही हैं “व्यवस्था चाहे जैसी हो, छठ माता की पूजा पूरे मनोयोग और भक्ति से ही करेंगे।” इस बीच सूत्रों के अनुसार वाराणसी प्रशासन ने अगले दो दिनों में घाटों की सफाई और सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त करने का आश्वासन दिया है।
