जौनपुर। 25 मुहर्रम को निकाले गए ताज़ियादारी के जुलूस में कथित “शबीह-ए-दफ़न” से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला गरमा गया। इस पर जुलूस के बानिए अख़लाक़ हैदर ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगते हुए स्पष्ट किया कि यह कृत्य बच्चों की नादानी का नतीजा था। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कोई मंशा नहीं थी और न ही किसी धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का इरादा था। बानिए जुलूस ने आश्वासन दिया कि भविष्य में ऐसी किसी घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा।
जुलूस आयोजकों की यह माफीनामा धार्मिक सौहार्द्र और सामाजिक शांति बनाए रखने की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।
25 मुहर्रम के जुलूस में वायरल वीडियो पर माफी: बानिए जुलूस ने बताया बच्चों की नादानी
