जौनपुर।
वर्ल्ड आईवीएफ डे के अवसर पर गुरुवार को आशीर्वाद हॉस्पिटल एंड आईवीएफ फर्टिलिटी सेंटर, पॉलिटेक्निक चौराहा पर एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर निःसंतान दंपत्तियों को संतान सुख का नया रास्ता दिखाने वाली तकनीक आईवीएफ (In Vitro Fertilization) की जानकारी दी गई और समाज में इससे जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने का संदेश दिया गया।
कार्यक्रम की अगुवाई कर रहीं हॉस्पिटल की निदेशक डॉ. अंजू कन्नौजिया ने बताया कि “हर वर्ष 25 जुलाई को वर्ल्ड आईवीएफ डे मनाया जाता है क्योंकि इसी दिन 1978 में दुनिया का पहला आईवीएफ शिशु ‘लुईस ब्राउन’ का जन्म हुआ था। यह दिन उन वैज्ञानिकों के प्रति सम्मान प्रकट करने का भी दिन है जिन्होंने निःसंतानता के दर्द को वैज्ञानिक समाधान से दूर किया।”
डॉ. अंजू ने कहा कि “मां बनना हर महिला का सपना होता है और आईवीएफ उस सपने को हकीकत में बदलने का माध्यम बन चुका है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आईवीएफ तकनीक सुरक्षित, प्रभावी और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से सिद्ध हो चुकी है। हजारों दंपत्ति इससे लाभान्वित हो चुके हैं।
सम्मानित हुईं वे महिलाएं जिन्होंने आईवीएफ से रचा मातृत्व:–
कार्यक्रम में उन महिलाओं को विशेष रूप से मंच पर सम्मानित किया गया जो आईवीएफ के माध्यम से मातृत्व प्राप्त कर चुकी हैं। मंच पर जब वे अपने बच्चों के साथ पहुंचीं, तो माहौल भावुक और प्रेरणादायी बन गया। इन महिलाओं ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि किस तरह उन्होंने सामाजिक दबाव और मानसिक तनाव के बावजूद हार नहीं मानी और आज वे अपने मातृत्व जीवन का आनंद ले रही हैं।
डॉ. कन्नौजिया ने कहा, “हमारा उद्देश्य केवल इलाज देना नहीं, बल्कि समाज को यह बताना है कि निःसंतानता कोई कलंक नहीं बल्कि एक मेडिकल स्थिति है, जिसका इलाज संभव है। जरूरत है सही जानकारी और सही समय पर कदम उठाने की।”
छात्रों व प्रतिनिधियों की उत्सुकता:–
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मेडिकल छात्र, महिलाएं और जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। उन्होंने आईवीएफ से जुड़ी जिज्ञासाओं को साझा किया और विशेषज्ञों से समाधान प्राप्त किया।
विशिष्ट अतिथि रहे उपस्थित:-
इस अवसर पर डॉ. अंजना सिंह, समाजसेवी ऊर्वशी सिंह, आर.डी. चौधरी, सुनील चौधरी, मोहम्मद अजहर, ओम निगम, सुनील यादव, पिंटू कन्नौजिया, अभिलाष सिंह, मनीष कन्नौजिया, बीनू मिश्रा, प्रेम यादव, बी.के. श्रीवास्तव, प्रदीप यादव, साहबलाल यादव, कुश कन्नौजिया, संतोष रजक सहित अस्पताल का समस्त स्टाफ मौजूद रहा।
पत्रकारों का हुआ सम्मान:–
कार्यक्रम के समापन पर डॉ. विनोद कुमार (आर्थोपेडिक सर्जन) ने मंच से सभी पत्रकारों का आभार व्यक्त किया और कहा कि “मीडिया की भूमिका ऐसी सकारात्मक जानकारी समाज तक पहुंचाने में अत्यंत महत्वपूर्ण है।”
आईवीएफ डे का यह आयोजन न केवल तकनीक को लेकर जागरूकता फैलाने का माध्यम बना, बल्कि कई दंपत्तियों के लिए उम्मीद की नई किरण लेकर आया।