पंचायत भवन से सोलर बैटरी, पंखे और कुर्सियां तक चोरी, पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल
जौनपुर। जफराबाद थाना क्षेत्र के मोहिउद्दीनपुर गांव में पंचायत भवन को चोरों ने निशाना बनाते हुए बीती रात एक बड़ी चोरी की घटना को अंजाम दिया। पंचायत भवन से सोलर इन्वर्टर की बैटरियां, पंखे और कुर्सियों समेत कई सामान चोरी हो गए। इस घटना ने न केवल गांव के निवासियों को चिंता में डाल दिया है, बल्कि पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
कैसे हुआ चोरी का खुलासा?
गुरुवार सुबह लगभग सात बजे गांव के प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक जब स्कूल पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि पंचायत भवन के कमरे का ताला टूटा हुआ है। अंदर जाकर निरीक्षण करने पर यह पता चला कि वहां से कई कीमती सामान गायब हैं।
कौन-कौन से सामान हुए चोरी?
चोरी हुए सामानों में पंचायत भवन में लगे सोलर इन्वर्टर की दो बैटरियां, छत पर लगे दो पंखे, एक राउंडिंग चेयर और 12 फाइबर की कुर्सियां शामिल हैं। पंचायत भवन का यह सामान गांव की विभिन्न गतिविधियों और पंचायत कार्यों के लिए उपयोग होता था।
ग्राम प्रधान ने की पुलिस को सूचित
चोरी की जानकारी मिलते ही विद्यालय के प्रधानाध्यापक कृष्ण कांत मधुकर ने ग्राम प्रधान अनिल यादव फौजी को सूचना दी। ग्राम प्रधान ने मौके पर पहुंचकर तुरंत डायल 112 और जफराबाद थाने को घटना की जानकारी दी। सूचना मिलने पर उप निरीक्षक संजय कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और छानबीन शुरू की।
पुलिस जांच में जुटी, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं
पुलिस ने घटनास्थल पर निरीक्षण किया और गांव के आस-पास के लोगों से पूछताछ शुरू की। हालांकि, अब तक किसी भी चोर का पता नहीं चल सका है। पुलिस ने बताया कि घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी गई है।
ग्रामीणों में रोष, पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल
गांव में चोरी की यह घटना चर्चा का विषय बनी हुई है। ग्रामीणों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब थाना क्षेत्र में चोरी की घटना हुई है। इससे पहले भी कई वारदातें हुई हैं, लेकिन अब तक किसी भी मामले का खुलासा नहीं हुआ है।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठ रहे सवाल
गांव के लोगों का कहना है कि पुलिस की गश्त और सुरक्षा व्यवस्था में कमी के कारण चोरों का हौसला बढ़ रहा है। पंचायत भवन जैसी सार्वजनिक जगह पर चोरी की घटना ने सुरक्षा प्रबंधों की पोल खोल दी है।
प्रशासन से उठी सख्त कार्रवाई की मांग
ग्राम प्रधान अनिल यादव ने इस घटना को लेकर प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द चोरों को पकड़कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही पंचायत भवन और विद्यालय जैसी जगहों पर सुरक्षा बढ़ाने की भी मांग की गई है।
निष्कर्ष
इस तरह की घटनाएं न केवल गांव के लोगों के लिए चिंता का विषय हैं, बल्कि स्थानीय प्रशासन और पुलिस के लिए भी चुनौती हैं। अब देखना यह है कि पुलिस कब तक इस चोरी का खुलासा करती है और अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाती है।