वीरान पड़े हैं रोडवेज बस स्टेशन,महाकुंभ की तैयारियां जोरों पर

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बस स्टेशन होने के बाद भी लोगों को एक अदद बस के लिए तरसना पड़ रहा

भदोही के जमुनीपुर बस स्टैंड से बसों का संचालन आज तक नहीं

धनंजय राय ब्यूरो/पूर्वाचल लाईफ

भदोही। प्रयागराज में लगने वाला महाकुंभ करीब दो महीने बाद है। इसकी तैयारियां भी जोरों से चल रही हैं। इसके बाद भी भदोही के जमुनीपुर बस स्टैंड से बसों का संचालन आज तक नहीं किया गया है। यहां बच्चे क्रिकेट खेलते हैं। आगामी 2025 में 23 जनवरी से प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है। जिसके लिए शासन स्तर से जबरदस्त तैयारियां चल रही हैं। प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालु कैसे पहुंचेंगे। यह एक बड़ा सवाल है। जिले में औराई, ज्ञानपुर के अलावा भदोही के जमुनीपुर में रोडवेज बस स्टेशन बनाया गया है। बस स्टेशन होने के बाद भी लोगों को एक अदद बस के लिए लोगों को तरसना पड़ रहा है। भदोही के जमुनीपुर में वर्ष 2020 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 267.35 लाख की लागत से बने बस स्टैंड का लोकार्पण किया था। तब लोगों को सोचा था कि प्रयागराज, वाराणसी समेत कानपुर, लखनऊ आदि शहरों को आवागमन काफी आसान हो जाएगा, लेकिन लगभग चार वर्ष के बाद अब तक बसों का संचालन शुरू नहीं हो सका है।
रोडवेज दावा करता है कि जौनपुर और मिर्जापुर के बीच दो बसें संचालित की जा रही हैं, लेकिन लोगों की मुख्य समस्या प्रयागराज, कानपुर, वाराणसी, लखनऊ आने जाने को लेकर है। कुछ यही हाल ज्ञानपुर रोडवेज बस स्टेशन का है। दुर्गागंज रोड तिराहे के पास रोडवेज बस स्टैंड का लोकार्पण 25 अगस्त 2008 को तत्कालीन मंत्री रामअचल राजभर ने किया था। लोकार्पण के समय करीब 18 बसें उपलब्ध कराकर वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर, लखनऊ, प्रतापगढ़, जौनपुर, सीतामढ़ी, भदरांव, धनतुलसी, सुरियावां, भदोही वाया दुर्गागंज का रूट तय किया गया था। इसके कुछ ही दिन बाद एक-एक कर सभी बसें यहां से कहां चली गईं, पता नहीं चल सका। औराई स्टेशन करीब 85 बसें ठहरती हैं। ये सभी बसें लांग रूट की होती हैं। हाईवे होने के कारण यह स्टेशन गुलजार रहता है।

कोट्स

55 से अधिक निजी बसों का हो रहा है संचालन

भदोही। गौरतलब है कि कई बार रोडवेज परिवहन निगम यात्री न होने का हवाला देती हैं, लेकिन निजी बसों के संचालन पर नजर डालें तो वाराणसी चौरी वाया भदोही रूट पर करीब 53 निजी बसों का संचालन होता है। इसी तरह ज्ञानपुर से भी करीब तीन से चार निजी बसे संचालित होती हैं। दिनभर में एक से दो चक्कर लगाने वाली बसों को अगर यात्री मिल रहे हैं तो रोडवेज बसों को यात्री क्यों नहीं मिलेंगे। भदोही से यात्रियों की संख्या कम होने से दिक्कत हो रही है। 60 प्रतिशत यात्री भी नहीं मिलने से बसों के संचालन में दिक्कत हो रही है। जहां तक महाकुंभ की बात है तो इसके लिए विशेष प्रबंध के लिए विभागीय तौर पर तैयारी चल रही है। शीघ्र बसों की घोषणा की जाएगी।-गौतम कुमार, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक, कैंट ग्रामीण रोडवेज, वाराणसी।

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