पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छात्रा की हत्या की पुष्टि के बाद भी खेतासराय पुलिस बनी मूकदर्शक

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हेड इंजरी के कारण कोमा में चली गई थी छात्रा

जौनपुर। खेतासराय क्षेत्र के जमदहा और झाँसेपुर बॉर्डर के वेसव नदी में चार जुलाई 2024 को मुस्तफ़ाफ़ाद गांव निवासी बीएसी की एक छात्रा की लाश मिली थी। शव के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हेड इंजरी के कारण कोमा में चले जाने से मौत की पुष्टि के बाद भी पुलिस घटना का खुलासा करने में कोसो दूर है। उसकी हत्या में किसका हाथ है। किसने घटना का इस घटना को अंजाम देकर शव को नदी तक पहुँचाया यह अभी तक रहस्यमय बना हुआ है। वही पुलिस तहरीर न दिए जाने का वास्ता देकर इस मामले से पल्ला झाड़ रही हैं। जबकि पुलिस ने पहले ही इस प्रकरण में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की है और दो माह गुज़रने के बाद भी गायब छात्रा की हत्या के मामले में अभी तक रहस्य बना हुआ है।

दरअसल जमदहा में वेसव नदी में चार जुलाई को एक अज्ञात युवती की लाश नदी में उतराई हुई मिली। शव पानी मे कई दिन होने के चलते फूल गया था। पुलिस ने लाश को कब्ज़े में लेकर मर्चरी हाउस भेज दिया। अगले दिन जिला अस्पताल पहुँचे स्वजनों ने अपनी 13 मई को गायब हुई पुत्री राशिदा उर्फ़ रुखसार की शिनाख़्त के रूप में की। बताते चलें कि मुस्तफ़ाफ़ाद निवासी फ़िरोज की 20 वर्षीय पुत्री राशिदा उर्फ़ रुखसार बीते 13 मई को घर से ग़ायब हुई। पाँच दिन बाद परिजनों ने थाने में शिकायत के लिए गए लेकिन पुलिस ने गम्भीरता नही दिखाई। दो सप्ताह बाद 28 मई को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई। इधर चार जुलाई को बेटी की हत्या कर शव पानी मे मिलने से घर में कोहराम मच गया। परिजनों का कहना है कि अगर पुलिस ने पूर्व में दिए गए नामजद लोगों की तहरीर पर गंभीरता दिखाती तो आज बेटी जिंदा रहती। क़रीब देढ़ महीना तक पुलिस गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर हाथ पर हाथ धरी बैठी रही।

इनसेट-

सीडीआर रिपोर्ट के सहारे पुलिस तफ़्तीश में जुटी

जौनपुर खेतासराय सीमावर्ती जनपद के फुलेश के एक डिग्री कालेज में बीएसी की छात्रा राशिदा के नज़दीकी लोगों के सर्विलांस सेल से नम्बर ट्रेस करने में पुलिस जाँच करने की क़वायद कर रही है। मृतक छात्रा किस नंबरों पर बाते करती थी और किसके संपर्क में थी पुलिस उन संदिग्ध नम्बरों की सीडीआर निकालने की बात कह रही है। वही पुलिस पर सवाल खड़ा हो रहा है यदि गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस गम्भीरता दिखाती और जाँच का दायरा बढ़ाती तो शायद छात्रा की जान बच जाती। एसएचओ दीपेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस अपने स्तर जाँच कर रही है। नज़दीकी लोगों की सीडीआर निकाली जा रही है। अन्य सवालों पर चुप्पी साध लिया।

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