जौनपुर। शाहगंज भू-माफिया के चंगुल से मुक्त कराये गए तालाब के किनारे मंगलवार को राजस्व विभाग और पुलिस प्रशासन तथा ग्रामीणों ने वृक्षारोपण किया। इसी तालाब को मुक्त कराने की कीमत पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा। शाहगंज तहसील के सबरहद गांव निवासी व एक न्यूज चैनल के पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव ग्रामसभा की बेशकीमती जमीन और तालाब को भू माफिया से मुक्त कराने की लड़ाई लड़ रहे थे, तहसील के लेखपाल और राजस्वकर्मियों की मिली भगत के कारण दबंग भू माफियाओं का हौसला बुलन्द होता गया, इन्ही दबंगो द्वारा बीते 13 मई को भाड़े के शूटरों से आशुतोष को गोलियों से भुनवाकर मौत के घाट उतरवा दिया गया।
दिनदहाड़े हुई पत्रकार की निर्मम हत्या के बाद हरकत में आयी पुलिस ने मुख्य शूटर को मुठभेड़ में मार गिराया, दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया लेकिन मृतक परिवार द्वारा नामजद किये गए आरोपियों को पुलिस अभी तक गिरफ्तार नही कर पायी है। आशुतोष की हत्या होने के बाद राजस्व विभाग भी हरकत में आ गया, जो लेखपाल और राजस्वकर्मी आशुतोष के शिकायत को फर्जी करार दिया था वही अब सही करार दे रहा है। लेखपाल की रिपोर्ट पर कुछ दिन पूर्व करोड़ो रूपये की जमीन और तालाब को भू-माफियाओं के चंगुल से मुक्त कराकर सरकारी बोर्ड लगा दिया गया।
उसी तालाब पर तहसीलदार प्रशासन और पुलिस प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को क्षेत्र के सबरहद गांव स्थित तालाब पर पौधरोपण हुआ। इस मौके पर प्रभारी निरीक्षक मनोज ठाकुर ने ग्रामीणों से पौधा लगाने और वृक्षों को सुरक्षित रखने की अपील किया। उपजिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार व क्षेत्राधिकारी अजित सिंह चौहान के नेतृत्व में 50 से अधिक छाएदार पौधों का रोपण किया गया। एसडीएम ने उक्त पौधों की सुरक्षा के लिए ग्राम प्रधान मुकेश राजभर को पौधों को बचाए रखने के लिए मनरेगा से उसके सुरक्षा करने का निर्देश दिया। इस अवसर पर प्रभारी निरीक्षक खेतासराय दीपेन्द्र सिंह, संतोष श्रीवास्तव, आलोक श्रीवास्तव समेत भारी संख्या में ग्रामीण और राजस्वकर्मी रहे।