“पूर्वांचल लाईफ” अश्वनी तिवारी
जौनपुर। मड़ियाहूॅं स्नातकोत्तर महाविद्यालय मड़ियाहूॅं में गुरुवार को पूर्व शोध प्रबंध प्रस्तुत संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह संगोष्ठी महाविद्यालय के अनुसंधान एवं विकास प्रकोष्ठ तथा विभागीय शोध समिति के तत्वाधान में महाविद्यालय के अतिथि कक्ष में संपन्न हुई। उक्त संगोष्ठी में समाजशास्त्र विषय के शोधार्थी योगेश कुमार त्रिपाठी ने अपने शोध शीर्षक “सोशल मीडिया एवं बदलता ग्रामीण समाज : एक समाजशास्त्रीय अध्ययन” नामक शीर्षक पर शोध प्रबंध व उसकी विषयवस्तु प्रस्तुत करते हुए कहा कि “सोशल मीडिया” के आवश्यकतानुसार अनेक नए अवतार दिखाई दे रहे हैं। इसका सर्वाधिक प्रचलित स्वरूप सोशल नेटवर्किंग साइट्स यथा- व्हाट्सएप, फेसबुक, ट्विटर एवं माई स्पेस इत्यादि है।सोशल मीडिया के अतिउपयोग से ग्रामीण युवा एवं किशोर की एकाग्रता दुष्प्रभावित कर उन्हें विचलन के लिए प्रेरित करता हैं।इसलिए युवा एवं किशोर वर्ग अध्ययन पर ध्यान दें और संदर्भित जानकारी हेतु सोशल मीडिया का आवश्यकता के अनुसार उपयोग करें। ग्रामीण समाज में सोशल मीडिया के उपयोगकर्ताओं को इससे उपयोगी, सकारात्मक एवं विश्वसनीय बातों को ही आत्मसात करना चाहिए।प्रस्तुतिकरण के बाद महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर सुरेश कुमार पाठक ने शोध प्रबंध को विश्वविद्यालय में जमा करने की संस्तुति प्रदान किया। इस संगोष्ठी में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर सुरेश कुमार पाठक, उप-प्राचार्य प्रोफेसर आञ्जनेय पाण्डेय, मुख्य अनुशास्ता डाॅ० शिवपूजन कुरील, शोध निर्देशिका डाॅ० दुर्गेश्वरी पाण्डेय, डॉ० राजकुमार मिश्र, डाॅ० रवीन्द्र कुमार तिवारी, डॉ० अवनीश वर्मा, मिथिलेश सिंह, श्याम यादव एवं महाविद्यालय के प्राध्यापकगण तथा शोध छात्र-छात्राएं आदि उपस्थित रहें।