पूर्वांचल लाइफ़, पंकज जायसवाल
जौनपुर। शाहगंज तहसील के बड़ा गांव में स्थित राजकीय यूनानी चिकित्सालय पिछले 20 वर्षों से एक जर्जर, सैकड़ों साल पुराने भवन में संचालित हो रहा है। रोजाना दर्जनों मरीज इलाज के लिए यहां आते हैं, लेकिन लगातार हो रही बारिश से भवन की हालत और खतरनाक हो गई है। दीवारों में दरारें, छत से टपकता पानी और गिरने का डर – इन हालात में डॉक्टर और मरीज दोनों ही सहमे हुए हैं।
चिकित्सालय के प्रभारी डॉक्टर हीरालाल ने बताया कि यह भवन गांव के एक व्यक्ति की निजी संपत्ति है। इसकी मरम्मत के लिए विभाग को कई बार लिखित सूचना भेजी गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने सवाल उठाया – “अगर इस खंडहर में कोई हादसा हुआ तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा?”
डॉक्टर और स्टाफ का कहना है कि मरीजों की सुरक्षा के लिए या तो तत्काल भवन की मरम्मत कराई जाए या नया भवन उपलब्ध कराया जाए, वरना किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है।