पूर्वांचल लाइफ/जौनपुर
मडियाहूं, जौनपुर। जिला कार्यालय में बाबा तिलका मांझी का पुण्यतिथि दिवस मनाया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मडियाहूं डा.आर.के.पटेल रहे। विशिष्ट अतिथि जिला मीडिया प्रभारी चन्द्रशेखर पटेल रहे। अध्यक्षता जिला महासचिव राकेश मिश्रा ने किया। संचालन जिला सचिव सार्जन पटेल ने किया।सर्व प्रथम मुख्य अतिथि मडियाहू विधायक डॉ आर.के. पटेल ने उनके चित्र पर श्रद्धांजलि अर्पित किया। और उन्होंने कहा कि जबरा पहाड़िया (तिलका मांझी) भारत में ब्रिटिश सत्ता को चुनौती देने वाले पहाड़िया समुदाय के वीर आदिवासी थे। सिंगारसी पहाड़, पाकुड़ के जबरा पहाड़िया उर्फ तिलका मांझी का जन्म 11 फ़रवरी 1750 ई. में हुआ था।और मृत्यू 13 फरवरी 1785 को हुआ था। सन 1700 में अकाल पड़ने पर तिलका मांझी ने ईस्ट इंडिया कंपनी का खजाना लूटकर स्थानीय निवासियों में बांट दिया। उनके इस कार्य से अनेक वनवासी प्रेरित होकर तिलका मांझी की सेना में शामिल हो गए। ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ सूचना पत्ता पर लिख कर देते थे। वही विशिष्ट अतिथि चंद्रशेखर पटेल ने कहा कि 1785 में तिलका मांझी को भागलपुर में फाँसी दे दी गई। तिलक मांझी पहाड़िया (पहाड़ी लोग) समुदाय के पहले आदिवासी नेता और एक भारतीय मुक्ति सेनानी थे। मंगल पांडे से लगभग 70 साल पहले 1784 में उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह कर दिया था।राकेश मिश्रा ने कहा कि तिलका मांझी का असली नाम विनायक दमोदर सावरकर था। वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेताओं में से एक थे और उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के लिए अपना जीवन समर्पित किया। कार्यक्रम में चन्द्रशेखर यादव, सुनील पटेल, राजेश पटेल, रवि गुप्ता, सुनिल यादव, रवि पटेल, साधाना निषाद, गीता निषाद, निरज पटेल, राहुल पटेल, मनोज मौर्या, रामधानी पटेल, प्रफुल्ल दुबे, अश्वनी शुक्ला, कन्हैया पटेल, सुरेन्द्र पटेल, मुन्ना पटेल सहित सैकड़ों लोग उपस्थित होकर चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दिये।