सियासत गिन रही है, मौके पर आकर
लाशें
बड़ी तफ्तीश से रखी हैं सजाकर लाशें ।
हमारी लाश, उनकी लाश, लाश लावारिस,
भीड़ में मुश्किल है कितना बचाकर रखना लाशें ।
किसे जलाया, दफनाया जायेगा किसको,
अभी मज़हब में बाँटी जायेंगी लाकर लाशें।
यकीं नहीं है जिन्हें मौत आती है बेमौत,
यकीं वो कर रहे हैं देखो हिलाकर लाशें।
कतार लम्बी लगी चीर-घर के चौखट पे,
दलाल दे रहे हैं पैसे खिलाकर लाशें।
यह हाकिम कर गया ऐलान काँधेदारों में
रकम ले जाइए नायब को दिखाकर लाशें।
इलाका जो किसी थाने के हल्के में नहीं,
वहीं आ जाते हैं कातिल बिछाकर लाशें।
नुमाइश कत्ल की करके तमाम मुल्कों में
क्या मिला स्याह लिबासों को बिछाकर लाशें।