गंगा कटान का कहर: एक बीघा भूमि समाहित, गांव के अस्तित्व पर संकट

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गाजीपुर भांवरकोल।
गंगा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि और तेज पछुआ हवाओं के कारण गाजीपुर जनपद के शेरपुर ग्राम पंचायत स्थित मुबारकपुर केवट बस्ती और गहमर सिवान के बीच कटान की रफ्तार भयावह हो गई है। बीते 24 घंटों में ही लगभग एक बीघा उपजाऊ कृषि भूमि गंगा की धारा में समा चुकी है, जिससे ग्रामीणों में गहरी चिंता और आक्रोश है।

स्थानीय किसानों रवीन्द्र चौधरी, मोनू राकेश, रमाशंकर, मदन राय आदि ने बताया कि कटान रोधी कार्य केवल सीमित क्षेत्र में हुआ था, जिसके समाप्त होते ही अगली भूमि अब सीधे नदी के प्रहार की चपेट में आ गई है। गहमर सिवान की ओर करीब एक किलोमीटर क्षेत्र में कटान अनवरत जारी है।

सरकारी कार्य पर सवाल
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यदि समय रहते प्रभावी और पूर्ण कार्ययोजना के तहत कटाव रोधी निर्माण कार्य कराया गया होता, तो शायद आज यह स्थिति उत्पन्न न होती। उन्होंने कहा कि अब भी यदि कटान रोकने हेतु ठोस उपाय नहीं किए गए, तो यह संकट पूरे गांव के लिए अस्तित्व का प्रश्न बन सकता है।

बाढ़ की आहट
इसी के साथ गंगा के बढ़ते जलस्तर से भागड़ नालों में पानी भरने लगा है, जो अब फिरोजपुर होते हुए आमघाट और कुंडेसर भागड़ की ओर बढ़ रहा है। शेरपुर गांव के पूरब भाग में स्थित गड्ढों में भी पानी भरने लगा है, जिससे भांगड़ क्षेत्र की खड़ी फसलें जलमग्न होने लगी हैं। इससे किसानों में भारी निराशा और चिंता व्याप्त है।

ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि कटान रोधी कार्य को तत्काल प्रभाव से विस्तार दिया जाए। यदि समय रहते कार्य नहीं हुआ, तो न सिर्फ उपजाऊ जमीन बल्कि गांव का अस्तित्व भी संकट में पड़ सकता है।

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