“बीमार दम तोड़ रहे” छात्र लड़खड़ा रहे, ग्राम सोहनी “सड़क” के लिए तरस रहा
अब भी सड़क के इंतज़ार में ग्राम सोहनी, ग्रामीण बोले ‘जैसे हम शहर से कटे हुए हैं’
जौनपुर, केराकत।
तहसील केराकत के ग्राम पंचायत सोहनी में सड़क न होने की वजह से ग्रामीणों की रोज़मर्रा की ज़िंदगी बदहाल हो चुकी है। यह सड़क गांव को शहर से जोड़ने वाली एकमात्र कड़ी है, जो आज तक निर्माण की बाट जोह रही है। ग्रामीणों को इलाज, पढ़ाई, रोजगार और खेती जैसे जरूरी कार्यों के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
गांव के निवासी धर्मेंद्र रजयनारायण यादव ने बताया कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद ग्राम प्रधान ने इस गंभीर समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। जब उनसे बात की गई तो उन्होंने साफ़ तौर पर कहा”आप लोग खुद ही सड़क बना लें”। ग्रामीणों का कहना है कि यह न सिर्फ़ गैर-जिम्मेदाराना बयान है, बल्कि उनके पद की गरिमा और संवैधानिक दायित्वों के भी विपरीत है।
सड़क न होने से बिगड़ रही ज़िंदगी:
बीमार लोग समय पर अस्पताल नहीं पहुँच पा रहे, जिससे कई बार गंभीर हालात बन जाते हैं।
बच्चे और छात्र कीचड़ और ऊबड़-खाबड़ रास्तों से होकर स्कूल जाने को मजबूर हैं।
किसानों को अपनी फसल बाजार तक ले जाने में भारी दिक्कतें हो रही हैं, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है।
ग्रामवासियों की प्रशासन से अपील है कि इस उपेक्षित गांव की समस्या पर तत्काल संज्ञान लेते हुए सड़क निर्माण की प्रक्रिया शुरू कराई जाए। वरना ग्रामवासी आंदोलन की राह पकड़ने को विवश हो सकते हैं।