जौनपुर के चन्दवक थाना क्षेत्र में शनिवार देर रात पशु तस्करों ने पुलिसकर्मी दुर्गेश कुमार सिंह (35) को पिकअप वाहन से कुचलकर मौत के घाट उतार दिया। इस घटना से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई।
वाहन चेकिंग के दौरान घटना
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर रात के समय चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। शनिवार रात लगभग 12:15 बजे खुज्झी मोड़ के पास पुलिसकर्मी वाहनों की चेकिंग कर रहे थे। सूचना मिली थी कि एक पिकअप वाहन में पशुओं की तस्करी की जा रही है। इसे रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेडिंग की।
जैसे ही तेज रफ्तार पिकअप मौके पर पहुंचा, पुलिस ने रुकने का इशारा किया, लेकिन चालक ने वाहन नहीं रोका। भागने के प्रयास में पिकअप ने सड़क किनारे खड़े वाहनों को टक्कर मारी और किनारे खड़े सिपाही दुर्गेश कुमार सिंह को रौंदते हुए फरार हो गया। गंभीर हालत में सिपाही को वाराणसी ट्रामा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
तस्करों से मुठभेड़, एक ढेर, दो घायल
घटना के बाद पुलिस ने फरार पिकअप का पीछा किया। इस दौरान तस्करों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में पिकअप चालक सलमान (निवासी कोटवा, जलालपुर) गोली लगने से मारा गया। उसके दो अन्य साथी नागेंद्र यादव (निवासी चौबेपुर, वाराणसी) और राजकुमार यादव (निवासी चंदौली) पैर में गोली लगने से घायल हुए। घायलों को वाराणसी ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है।
पिछली घटनाओं की कड़ी
गौरतलब है कि इससे पहले भी बुधवार की रात चंवरी बाजार में संदिग्ध पिकअप सवारों ने परारगंज चौकी इंचार्ज सहित चार पुलिसकर्मियों को वाहन से कुचल दिया था, जिसमें सभी पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और फरार तस्करों की तलाश जारी है। इस घटना ने पुलिस की कार्यशैली और पशु तस्करी पर सख्त कार्रवाई की जरूरत पर सवाल खड़े कर दिए हैं।