जरूरतमंदों को पौष्टिक भोजन वितरित कर मनाया गया मातृत्व का सम्मान
लखनऊ, 11 मई 2025: को “इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी” द्वारा संचालित “बृज की रसोई” ने मातृ दिवस के अवसर पर एक अनूठे सेवा कार्यक्रम का आयोजन कर सामाजिक उत्तरदायित्व और सेवा भावना का एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया। राजधानी लखनऊ के आशियाना क्षेत्र में आयोजित इस कार्यक्रम के अंतर्गत लगभग 1200 जरूरतमंद व्यक्तियों को नि:शुल्क और पौष्टिक भोजन वितरित किया गया। इस सेवा कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मातृशक्ति के सम्मान के साथ-साथ समाज में पोषण और जागरूकता को प्रोत्साहित करना रहा।
कार्यक्रम की मुख्य बातें
इस आयोजन का नेतृत्व “इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी” के संस्थापक विपिन शर्मा ने किया। उन्होंने इस अवसर पर माताओं को नमन करते हुए राजमा, चावल, और हलुए के रूप में संतुलित भोजन का वितरण कराया। श्री शर्मा ने कहा, “मातृ दिवस केवल एक औपचारिकता नहीं है; यह समाज के प्रति अपने कर्तव्यों के निर्वहन का माध्यम होना चाहिए।”
कार्यक्रम में कई स्वयंसेवकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सक्रिय सहभागिता निभाई। इनमें दीपक भुटियानी, संजय श्रीवास्तव, अमित गुप्ता, आशीष श्रीवास्तव, विनोद मिश्रा, मुकेश कनौजिया, नबल सिंह, और अथर्व श्रीवास्तव प्रमुख रहे। सभी ने निःस्वार्थ सेवा भाव से कार्यक्रम की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
दोहरे उद्देश्य की पूर्ति
संस्था के मीडिया प्रभारी दीपक भुटियानी ने बताया कि इस आयोजन को दोहरे उद्देश्य से जोड़ा गया था:
1.माताओं को सामाजिक सम्मान प्रदान करना: मातृत्व के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए माताओं को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
2.पोषण उपलब्ध कराना: गर्भवती महिलाओं सहित कमजोर वर्गों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराना ताकि समाज में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सके।
विकास पांडेय ने कहा कि यह कार्यक्रम पोषण और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने का एक प्रयास था, जिससे जरूरतमंद महिलाओं और बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य प्राप्त हो सके।
सहभागिता और सामूहिक प्रयास
संजय श्रीवास्तव ने बताया कि इस आयोजन में अनेक स्वयंसेवकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सक्रिय योगदान दिया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के सामूहिक प्रयास से ही समाज में स्थायी बदलाव लाया जा सकता है।
आशीष श्रीवास्तव ने कार्यक्रम के समापन पर कहा, “सेवा, करुणा और सामूहिक सहयोग के माध्यम से एक संवेदनशील और समावेशी समाज की स्थापना संभव है।”
श्रुति अवस्थी का योगदान
कार्यक्रम में उपस्थित संस्था की सदस्य श्रुति अवस्थी ने कहा कि सेवा और करुणा के माध्यम से ही समाज में सकारात्मक बदलाव संभव है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रम समाज में सेवा और सामाजिक उत्तरदायित्व के आदर्शों को सजीव रूप देते हैं।
संस्थापक की कृतज्ञता
कार्यक्रम के समापन पर श्री विपिन शर्मा ने सभी सहयोगियों, स्वयंसेवकों और समाजसेवियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मातृ दिवस केवल माताओं का सम्मान करने का अवसर नहीं है, बल्कि यह समाज के कमजोर वर्गों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझने और निभाने का भी समय है।
निष्कर्ष
“बृज की रसोई” का यह आयोजन मातृत्व के सम्मान और समाज के कमजोर वर्गों के लिए सेवा भावना का प्रतीक बन गया। यह न केवल मातृ शक्ति को नमन करने का एक प्रयास था, बल्कि समाज में पोषण और स्वास्थ्य के महत्व को उजागर करने का भी एक सफल प्रयास साबित हुआ। इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी ने अपने इस कार्यक्रम के माध्यम से यह संदेश दिया कि सेवा और करुणा के द्वारा ही एक सशक्त और समावेशी समाज का निर्माण किया जा सकता है।