जौनपुर। जिले में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत हुए एक आयोजन में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। 12 मार्च को हुए इस समारोह में 1001 जोड़ों का विवाह संपन्न कराया गया था, जिसमें खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवविवाहितों को आशीर्वाद दिया था। लेकिन अब इस आयोजन को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है— मड़ियाहूं से आए एक भाई-बहन की शादी करा दी गई!
भाई-बहन की शादी का मामला उजागर, मचा हड़कंप
जैसे ही यह मामला सामने आया, विपक्ष और मीडिया में हड़कंप मच गया। सवाल उठ रहे हैं कि इतने बड़े सरकारी आयोजन में इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई? क्या यह प्रशासन की लापरवाही का नतीजा है या फिर सामूहिक विवाह योजना के नाम पर कोई बड़ा घोटाला हुआ है?
प्रभारी मंत्री ने किया बचाव, डीएम ने दिए जांच के आदेश
जब इस मामले पर प्रदेश के प्रभारी मंत्री एके शर्मा से सवाल किए गए, तो उन्होंने कहा कि इतने बड़े आयोजनों में कुछ छिपाने जैसा कुछ नहीं होता। वहीं, जिलाधिकारी दिनेश चंद्र ने भी दावा किया कि पूरे आयोजन में किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं हुई है। लेकिन जब भाई-बहन की शादी का सवाल उठाया गया, तो उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में है और इसकी जांच कराई जा रही है।
सवालों के घेरे में प्रशासन, क्यों नहीं हो रही सूची सार्वजनिक?
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि सामूहिक विवाह योजना की लाभार्थियों की सूची सार्वजनिक क्यों नहीं की जा रही? क्या प्रशासन किसी गड़बड़ी को छिपाने की कोशिश कर रहा है? अगर जांच में इस फर्जीवाड़े की पुष्टि होती है, तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा?