धनंजय राय ब्यूरो पूर्वांचल लाईफ
भदोही क्षेत्र के रणई (याकूबपुर) गांव स्थित झाड़ियों में किशोरी की हत्या कर फेंकी गई लाश के मामले में पुलिस के हाथ 48 घंटे बाद भी खाली रहे। मामले के खुलासे के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है। पुलिस टीम दिनभर हाथ-पैर मारती रही, लेकिन शाम तक उसके हाथ कुछ नहीं लग सका। सीओ ने बताया कि किशोरी के पोस्टमार्टम में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। ऐसे में किस कारण से किशोरी की हत्या की गई। यह एक बड़ा सवाल बन गया है। भदोही कोतवाली के रणई याकूबपुर गांव में 24 नवंबर को गांव के ओमप्रकाश पाल के बेटी की शादी थी। परिवार के अन्य सदस्यों के साथ राजकुमार विश्वकर्मा की बेटी लक्ष्मी भी गई थी। परिवार के अन्य सदस्य खाना खाकर घर चले गए, लेकिन लक्ष्मी नहीं लौटी। इसके पांच दिन बाद किशोरी का शव घर से करीब 200 मीटर की दूरी पर झाड़ियों में मिला। किशोरी की गला दबाकर हत्या की गई थी। शनिवार को पुलिस टीम ने जांच पड़ताल की। एसपी डॉ. मीनाक्षी ने खुलासे के लिए तीन टीमों का गठन किया है। टीमें दिनभर पूछताछ करती रहीं, लेकिन शाम तक उसके हाथ कुछ नहीं लगा। टीम गांव जाकर परिजनों से भी जानकारी ली। सीओ अशोक कुमार मिश्र का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। परिजन किसी पर हत्या की आशंका भी नहीं जता रहे हैं। ऐसे में पुलिस हर बिंदुओं पर जांच कर रही है।