पूर्वाचल लाईफ समाचार पत्र ने 20 अक्तूबर के अंक में दो हजार मृतक उठा रहे पीडीएस का राशन शीर्षक से खबर प्रकाशित किया तो विभाग आया हरकत में
विभाग ने सात दिन तक का दिया समय
सचिवों की लापरवाही एवं विभागीय उदासीनता के कारण किया जा रहा है राशन का उठान
धनंजय राय ब्यूरो/पूर्वाचल लाईफ
भदोही। कालीन नगरी में मृतकों के नाम पर राशन उठान पर रोक लगाने की कवायद शुरू हो गई है। पूर्ति विभाग की ओर से सभी 724 कोटेदारों को पत्र जारी कर मृतकों को चिह्नित कर सूची मांगी गई है। कोटेदारों को इसके लिए सात दिन तक का समय दिया गया है। सूची मिलने के बाद विभाग राशन कार्ड से नाम हटाएगा। जिले की 546 ग्राम पंचायतों और सात नगर निकायों में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत 724 राशन की दुकान संचालित हो रही हैं। जिन पर दो लाख 98 हजार कार्डधारक हैं। करीब दो लाख 60 हजार पात्र गृहस्थी तो 38 हजार अंत्योदय कार्ड धारक हैं। कार्ड धारकों को हर माह मुफ्त राशन का लाभ दिया जाता है। सचिवों की लापरवाही एवं विभागीय उदासीनता के कारण बड़ी संख्या में मृतकों के नाम भी राशन का उठान किया जा रहा है। पूर्वाचल लाईफ समाचार पत्र ने 20 अक्तूबर के अंक में दो हजार मृतक उठा रहे पीडीएस का राशन शीर्षक से खबर प्रकाशित किया तो विभाग हरकत में आया।
कोटेदारों को पत्र जारी कर मृतक मुखिया एवं अन्य की सूची तहसीलों में भेजने का निर्देश दिया गया। कहा कि मृतकों की सूची आने से कार्ड से उनका नाम निरस्त कर दिया जाएगा।कोटेदारों से कहा कि इस मामले में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिला पूर्ति अधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि सभी 724 कोटेदारों को पत्र भेजा गया है। एक सप्ताह के अंदर सभी को अपने यहां सत्यापन कर रिपोर्ट देनी है कि वर्तमान में कार्ड में शामिल कितने लोग जीवित हैं। जिससे उनका नाम हटाया जा सके।