थानागद्दी से केराकत तक की पांच किमी सड़क काफ़ी जर्जर
पीडब्लूडी के अधिकारी नें रिपेयर का दिया आश्वासन
ईंटे भर गड्ढों कों को खतरनाक होने से बचाया जा रहा
स्थानीय नेताओं और मिडियाकर्मीयों के सहयोग से मामला हुआ हाईप्रोफ़ाइल
जौनपुर : यदि आप केराकत से थानागद्दी मार्ग पर लें चलते है तो आपको लड़खड़ाने का जबरदस्त अनुभव होगा। सड़क बड़े – बड़े गड्ढों में तब्दील हो चुकी है जिसे लेकर केराकत विधानसभा के भाजपा नेता बृजेश सिंह और स्थानीय समाजसेवी संजय मिश्रा बाबा नें पीडब्लूडी अधिकारीयों से बात की और शीघ्र मार्ग दुरुस्त करने का आग्रह किया जिसके बाद अधिकारीयों नें कहा बरसात के बाद यह सड़क दुरुस्त की जाएगी जिसके लिए पत्रावली दो माह पूर्व तैयार कर ली गयी थी। आपको बता दें की स्थानीय पत्रकार पंकज सीबी मिश्रा नें इस मुद्दे को पूर्वांचल लाईफ अख़बार में जमकर उठाया था जिसे लेकर विभाग नींद से जागा था और अभी हाल ही में अन्य अखबारों नें भी यह मुद्दा उठाकर पीडब्लूडी को शर्मिंदा होने को मज़बूर कर दिया। इस मार्ग पर अब पैदल चलना तक दुभऱ हो गया है। बम्बावन गेट – देवनाथपुर के पास बांसवारी खंड शिक्षा कार्यालय के आस पास का कटाव इतना ज्यादा हो चला है कि आए दिन लोग गिरते है। कुछ जगह ईंट भरी जा रहीं पर वो भी खतरनाक तरीके से जिसपर प्रशासन भी अब सतर्क है । जिम्मेदारों की अब तक की लापरवाही और अनदेखी की वजह से थानागद्दी – केराकत मार्ग अब चलने लायक़ नहीं ना ही इसका पुनः निर्माण अब तक हो सका । इससे पूर्व अनियमित ब्रेकर, जर्जर पुलिया और अन्य कई मुद्दे जनपद के राजनीतिक विश्लेषक और पत्रकार पंकज सीबी मिश्रा द्वारा प्रकाशित करवाया गया था मुद्दों के तहत पर कार्यवाही हुईं कि कुछ गड्ढ ईंट द्वारा भरी जा रहीं ! अन्य बड़े खतरनाक गड्ढों में ईंट भरकर उसे भरा जायेगा । हालांकि क्षेत्र के तमाम सड़कों की हालत दयनीय बनी हुई है। हर कदम पर गड्ढा मौजूद है। थानागद्दी, मुफ़्तीगंज, मोढईला, धर्मापुर इत्यादि महत्वपूर्ण सड़कों पर मौजूद गड्ढा, ब्रेकर और पुलिया आवागमन करने वालों को जहां तकलीफ दे रहा है वहीं आए दिन लोग गड्ढों की वजह से गिरकर घायल हो रहे हैं। गड्ढों और ब्रेकर से आए दिन बाइक सवार गिरकर घायल हो रहे हैं, वही बड़े चारपहिया वाहन पलटते-पलटते बच रहे हैं। ऐसे में वाहन चालकों को गड्ढे का अंदाजा नहीं हो रहा है और वे हादसे का शिकार हो रहे हैं । बावजूद इसके जिम्मेदार अधकारी एवं जनप्रतिनिधियों के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही। 4 किलोमीटर की दूरी तक सड़कों की हालत बेहद गंभीर है ,सड़क गड्ढे में तब्दील हो चुकी है । स्थानीय एवं आसपास के क्षेत्र के लोगों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, यहां तक कि आए दिन लोग छोटे-छोटे हादसों के शिकार हो रहे हैं । ऐसा नही है कि जिम्मेदार विभाग, प्रशासन या जनप्रतिनिधियों को इसकी जानकारी नहीं है , पर ऊपर के आदेशों का इंतजार इनके हाथों को बांधे हुए है।