“पूर्वांचल लाईफ-उत्तर प्रदेश”
जौनपुर। शीत ऋतु में सड़क यात्रा करने में कोहरा एक बड़ी समस्या साबित हो रहा है। कोहरे में दृश्यता कुछ ही मीटर रह जाती है और प्राय: सड़क दुर्घटनायें हो जाती हैं। कुछ सावधानियाँ बरतकर दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है।
1-यथा संभव कोहरे में यात्रा न करें। समय अवश्य बहुमूल्य है, परन्तु जीवन अनमोल है।
2-कोहरे में चलने की विवशता होने पर अपने वाहन को अत्यन्त धीमी गति से चलायें और सतर्क रहें।
3-अपनी खिड़की के शीशे थोड़ा खुला रखें तापमान को ए०सी० और हीटर के बीच सैटिंग पर रखें। उसकी हवा विंडोस्क्रीन की ओर कर दें, इससे विंडोस्क्रीन पर भाप नहीं जमेगी। फ्रन्ट डिमिस्टर और रियर डिफॉगर का प्रयोग करें।
4-अपने वाहन के फॉग लैम्प और हेडलैम्प को ऑन कर दें और हेडलाइट को लो बीम पर रखें।
5-अपने वाहन की हैजर्ड लाईट्स को ऑन कर दें और पार्किंग लाईट्स भी जला लें।
6-स्टीरियो या एफ.एम. को बन्द कर दें।
7-यथासमय धीमी गति से एक दूसरे के पीछे चलें तथा अपने वाहन के आगे एवं पीछे चल रहे वाहनों से एक निश्चित दूरी बनाये रखें। आवश्यकता पड़ने पर ब्रेक धीरे लगायें।
8- एक ही लेन में चलें और ओवरटेक न करें।
9- सड़क के बीच में खड़े खराब वाहनों व सड़क किनारे पार्क किये गये वाहनों से सावधान रहें। तथा अपनी खराब हो गई गाड़ी को रोड से हटाकर रोड से दूर सुरक्षित स्थान पर खडी करें। रोड पर या रोड के किनारे बिल्कुल भी वाहन को खड़ा ना करें।
9- कोहरे के कारण अक्सर दृष्टिभ्रम हो जाता है। टू-लेन की सड़क पर वाहन की गति कम रखते हुये सड़क के बायें किनारे के सहारे चलें। सड़क के बीच में कदापि न चले। शहरी क्षेत्र जहाँ डिवाईडर हों, वहाँ डिवाईडर के सहारे चलें। एक्सप्रेस-वे पर अपनी निर्धारित लेन में ही चलें।
10-यदि दिन में कोहरा हो तो दिन में भी हेड लाइट जलाकर ही चलें।
11- अपनी सुरक्षा के लिए अपने वाहन के पीछे लाल रेट्रो रिफ्लक्टिव टेप अवश्य लगवायें। कृषक बन्धु भी अपनी सुरक्षा के लिए ट्रैक्टर-ट्राली के पीछे लाल रेट्रोरिफ्लेक्टिव टेप लगवायें।
नोटः-मोटर वाहन अधिनियम के अन्तर्गत व्यवसायिक वाहनों में आगे सफेद व पीछे की ओर लाल रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप लगा होना अनिवार्य है।
आप की यात्रा सुगम व सुरक्षित हो यही हमारा ध्येय है -“जी0डी0 शुक्ला” प्रभारी निरीक्षक यातायात जनपद जौनपुर।