संवाददाता – त्रिलोकी नाथ राय
कटेसर (चंदौली)। वाराणसी में गंगा के बढ़ते जलस्तर का असर अब पड़ोसी जनपद चंदौली के गांवों में साफ़ दिखने लगा है। सोमवार रात गंगा के उफान ने डोमरी, कोदोपुर और रामनगर होते हुए कटेसर गाँव के निचले इलाकों को अपनी चपेट में ले लिया। परिणामस्वरूप कई घरों और डेरों में पानी घुस गया, जिससे ग्रामीणों की हालत दयनीय हो गई है।
रात में स्थिति सामान्य थी, लेकिन सुबह होते-होते पानी गांव में तेजी से फैल गया। पशु खूंटों से बंधे थे, जिन्हें ग्रामीणों ने किसी तरह निकालकर ऊँचे स्थानों पर पहुंचाया।
स्थानीय उद्यमी और अर्श डिटर्जेंट पाउडर के निर्माता अजय प्रकाश राय ने बताया, “रात को सोते वक्त बिल्कुल अंदाज़ा नहीं था कि पानी इस कदर आ जाएगा। सुबह उठते ही देखा कि फैक्ट्री के पास पानी भर चुका है। अब सबसे बड़ी चिंता यह है कि फैक्ट्री का मटेरियल इतनी जल्दी कैसे निकाला जाए?”
पशुपालक पेड़ा यादव, मुन्ना यादव, सुनील पटेल, अमरनाथ यादव और सतीश पटेल ने बताया कि उनकी गाय-भैंसें और अन्य पशु संकट में हैं। चारा बर्बाद हो गया है, खेतों की फसल भी पानी में डूब चुकी है। “हम जानवरों को लेकर कहाँ जाएँ, ये समझ नहीं आ रहा,” उन्होंने व्यथा जाहिर की।
अब तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस राहत या सहायता नहीं पहुँच पाई है। ग्रामीणों को उम्मीद है कि चंदौली जिला प्रशासन जल्द राहत कार्य शुरू करेगा और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने के साथ-साथ खाद्य सामग्री, चारा और दवा की आपूर्ति भी सुनिश्चित करेगा।