विश्व का सबसे रहस्यमय और भयावह प्राणी: साँप – डॉ दिलीप कुमार सिंह

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साँप, एक ऐसा जीव जिसका नाम सुनते ही कई लोगों के मन में डर और रहस्य की भावना जाग जाती है। यद्यपि संसार में शेर, बिच्छू, लकड़बग्घा जैसे कई डरावने जीव हैं, लेकिन सांपों की उपस्थिति का प्रभाव सबसे गहरा और भयानक है। इस लेख में हम साँपों के जीवन, उनकी अद्वितीय शारीरिक संरचना, और सांपों से जुड़ी मान्यताओं को विस्तार से समझेंगे।

साँपों की विविधता और उनकी अद्वितीय विशेषताएँ

दुनिया भर में साँपों की लगभग 3900 प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जिनमें से केवल 20% विषैली होती हैं। भारत में, 69 प्रजातियाँ हैं, जिनमें 10% घातक विषैले मानी जाती हैं। यह तथ्य हमें बताता है कि अधिकांश साँप इंसानों के लिए खतरनाक नहीं हैं।

साँपों की खासियत:

1.शारीरिक संरचना:
साँपों के पैर नहीं होते। वे अपने शल्कों की मदद से रेंगते हैं। उनके बाहरी कान नहीं होते, लेकिन आंतरिक कान कंपन और ध्वनि का अनुभव कर सकते हैं। साँपों की श्वसन प्रणाली में केवल एक सक्रिय फेफड़ा होता है, और वे नियमित रूप से अपनी केंचुल उतारते हैं।

2.आँखें और दाँत:
साँपों की आँखों में पलकें नहीं होतीं। उनके दाँत खोखले और नुकीले होते हैं। विषैले साँप के काटने से गहरे निशान बनते हैं, जबकि विषहीन साँप के काटने से कई छोटे निशान दिखाई देते हैं।

3.पाचन और जीवनशैली:
साँप मांसाहारी होते हैं और लंबे समय तक बिना भोजन के जीवित रह सकते हैं। उनके पाचन तंत्र को एक बार भोजन करने के बाद महीनों तक ऊर्जा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

साँप का विष: जीवन और मृत्यु का संतुलन

साँप के विष के दो प्रमुख प्रकार हैं:

1.हिमोटॉक्सिन: यह खून को गाढ़ा या पतला कर देता है, जिससे रक्तस्राव या थक्के बन सकते हैं।

2.न्यूरोटॉक्सिन: यह नसों पर असर डालता है, जिससे लकवा या मौत हो सकती है।

विष की मात्रा और साँप की प्रजाति के अनुसार विष का प्रभाव अलग-अलग होता है। नागराज (किंग कोबरा) के विष की घातकता सबसे अधिक होती है।

सांपों से बचाव के उपाय

1.सावधानी बरतें:

बारिश के मौसम में सावधानीपूर्वक चलें।

हमेशा जूते, चप्पल पहनें और टॉर्च लेकर चलें।

2.सुरक्षित घर का निर्माण:

घर में अंधेरी, नम जगह न रखें।

खरपतवार, भूसा आदि को घर से दूर रखें।

3.सर्पदंश के बाद क्या करें:

घबराएँ नहीं।

तुरंत अस्पताल जाएँ और विषरोधी इंजेक्शन लगवाएँ।

घाव को साबुन से साफ करें और रक्त प्रवाह धीमा करने के लिए हल्की पट्टी बांधें।

सांपों के साथ जुड़ी मान्यताएँ और सत्य

1.क्या साँप बदला लेते हैं?
विज्ञान इसे नहीं मानता, लेकिन कई लोककथाएँ इसका समर्थन करती हैं।

2.क्या नागमणि होती है?
नागमणि की प्राचीन कथाएँ और वर्णन हैं, लेकिन वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं हैं।

3.नाग पंचमी का महत्व:
नाग पंचमी के दिन पूजा करने से साँप घर और खेतों से दूर रहते हैं।

साँप: प्रकृति का संतुलन बनाए रखने वाला अद्वितीय प्राणी

साँप न केवल पर्यावरण में संतुलन बनाए रखते हैं, बल्कि कृषि के लिए भी लाभकारी हैं। वे चूहे जैसे हानिकारक जीवों को नियंत्रित करते हैं।

साँपों के प्रति डर और जिज्ञासा का कारण उनकी अद्भुत विशेषताएँ और उनसे जुड़ी मिथक हैं। सांपों का अध्ययन और उनके प्रति जागरूकता न केवल उनके संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि मानव और पर्यावरण के सह-अस्तित्व को भी प्रोत्साहित करता है।

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