जौनपुर। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अतुल्य वेल्फेयर ट्रस्ट की किन्नर समिति ने पर्यावरण संरक्षण का महत्वपूर्ण संदेश दिया। पूर्वांचल के प्रतिष्ठित शीतला धाम में आयोजित इस कार्यक्रम में ट्रस्ट के सदस्यों ने वृक्षारोपण किया और हरित पृथ्वी के संरक्षण का संकल्प लिया।
प्रकृति और पर्यावरण के महत्व पर विचार-विमर्श
शीतला धाम कार्य समिति के अध्यक्ष महंत विनय त्रिपाठी ने कार्यक्रम का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा, “गर्मी, सर्दी और वर्षा जैसे मौसम प्रकृति के संतुलन पर निर्भर करते हैं। यदि प्रकृति असंतुलित होती है, तो बाढ़, भूकंप और सूखा जैसी आपदाएं दस्तक देती हैं। इन आपदाओं से बचने और पर्यावरण को शुद्ध बनाए रखने के लिए पेड़ों का होना अत्यंत आवश्यक है। पेड़ प्रकृति के संरक्षण का आधार हैं।”
किन्नर समिति की जागरूकता और अपील
अतुल्य वेल्फेयर ट्रस्ट की किन्नर समिति की सदस्य पायल किन्नर ने वृक्षारोपण के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “पेड़ों के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। हमें न केवल पेड़ों की कटाई रोकनी होगी, बल्कि बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण भी करना होगा। कोविड-19 के समय ऑक्सीजन की कमी ने हमें सिखाया है कि अधिक ऑक्सीजन उत्पन्न करने वाले पेड़ों की संख्या बढ़ाना कितना आवश्यक है।”
समिति की सामूहिक भागीदारी
इस कार्यक्रम में शीतला धाम के सदस्य और ट्रस्ट के अन्य सदस्यों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। उपस्थित प्रमुख व्यक्तियों में आदर्श त्रिपाठी, त्रिजोगी त्रिपाठी, राजू भगत, शालू किन्नर और किरण किन्नर शामिल थे। सभी ने पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने का वचन लिया।
यह आयोजन न केवल पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है, बल्कि समाज में हर वर्ग की सक्रिय भागीदारी की मिसाल भी पेश करता है।