भाजपा युवा मोर्चा द्वारा शोभायात्रा एवं संगोष्ठी का आयोजन
जौनपुर/मड़ियाहूं। भाजपा युवा मोर्चा ने शनिवार को “एक राष्ट्र, एक चुनाव” अभियान के तहत एक भव्य शोभायात्रा और संगोष्ठी का आयोजन किया। कार्यक्रम का आयोजन मालती सिंह पीजी कॉलेज के सभागार में किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व सांसद विद्या सागर सोनकर ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने अपने संबोधन में “एक राष्ट्र, एक चुनाव” के महत्व और इसके संभावित लाभों पर प्रकाश डाला।
पूर्व सांसद विद्या सागर सोनकर ने दी अवधारणा की जानकारी
संगोष्ठी में पूर्व सांसद विद्या सागर सोनकर ने बताया कि “एक राष्ट्र, एक चुनाव” का मुख्य उद्देश्य देश में लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनावों को एक साथ कराना है। इससे चुनावी खर्च में उल्लेखनीय कमी आएगी और प्रशासनिक कार्यों में आने वाली बाधाएं दूर होंगी। उन्होंने कहा, “चुनाव प्रक्रिया के केंद्रीकरण से नीति-निर्माण में निरंतरता बनी रहेगी और विकास कार्य तेजी से हो सकेंगे। बार-बार चुनाव होने से जो धन और समय बर्बाद होता है, वह बचाया जा सकेगा।”
युवा मोर्चा ने किया समर्थन
युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष अखिल प्रताप सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा कि यदि देश में प्रत्येक 5 साल में केवल एक बार चुनाव हो, तो इससे सरकारी धन और संसाधनों की बचत होगी। उन्होंने कहा, “बार-बार चुनाव कराने से सरकारी खजाने पर भारी भार पड़ता है और आचार संहिता लगने से जनहित के कार्य प्रभावित होते हैं। यदि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की नीति अपनाई जाती है, तो यह देश के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।”
समर्थन और सहयोग की अपील
कार्यक्रम में उपस्थित भाजपा कार्यकर्ताओं और समाजसेवियों ने “एक राष्ट्र, एक चुनाव” के विचार का समर्थन करते हुए आम जनता से भी इस पहल के प्रति सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि इस नीति से देश के विकास कार्यों में तेजी आएगी और लोकतांत्रिक प्रक्रिया और अधिक सशक्त होगी।
उल्लेखनीय उपस्थिति
इस संगोष्ठी में कई विशिष्ट अतिथि और भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे, जिनमें ब्रह्मदेव मिश्रा, श्याम दत्त दुबे, जयेश सिंह, पंकज पाठक, अजय सोनकर, जगदीश चौहान, अंबरीश सिंह, मनोज सिंह, शिव शंकर गुप्ता, संजीव गुप्ता आदि प्रमुख रूप से शामिल थे।
कार्यक्रम का उद्देश्य
“एक राष्ट्र, एक चुनाव” का उद्देश्य देश में स्थिरता और समृद्धि लाना है। भाजपा युवा मोर्चा के इस प्रयास ने न केवल इस विचार को जन-जन तक पहुंचाया है, बल्कि इसे राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय भी बना दिया है।
निष्कर्ष
कार्यक्रम का समापन पूर्व सांसद विद्या सागर सोनकर के प्रेरक शब्दों और “एक राष्ट्र, एक चुनाव” को साकार करने की प्रतिबद्धता के साथ हुआ। उन्होंने इसे एक ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि इस विचार का समर्थन करना प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी है।