कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुआ महत्वपूर्ण कार्यक्रम
जौनपुर: जिले में उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को निःशुल्क सिलेण्डर रिफिल की सब्सिडी वितरण के लिए एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया। इस अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा उज्ज्वला योजना के संदर्भ में दिए जा रहे संबोधन का सजीव प्रसारण भी सुनवाया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यमंत्री के संबोधन से हुई, जिसमें उन्होंने उज्ज्वला योजना की महत्ता और इसके प्रभाव के बारे में बताया। उनके मार्गदर्शन के बाद, शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, उपस्थित अतिथियों ने कार्यक्रम में शामिल 150 उज्ज्वला लाभार्थियों को योजना के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की।
इस दौरान, माननीय मंत्री जी द्वारा चिन्हित उज्ज्वला लाभार्थियों को उज्ज्वला सिलेण्डर के सापेक्ष दी जा रही सब्सिडी का प्रतीकात्मक चेक प्रदान किया गया। यह कदम योजना की सफलता को लेकर सरकार की प्रतिबद्धता को स्पष्ट करता है।
उज्ज्वला योजना की सफलता और लाभार्थियों की जानकारी
कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि अब तक जिले में कुल 404,372 लाभार्थी इस योजना से आच्छादित हो चुके हैं। इनमें से 12 मार्च 2025 तक 202,917 लाभार्थियों को निःशुल्क सिलेण्डर रिफिल की सब्सिडी उनके खाते में ट्रांसफर की जा चुकी है। शेष लाभार्थियों के खाते में रिफिल सब्सिडी उन द्वारा सिलेण्डर प्राप्त करने के बाद ट्रांसफर की जाएगी। इस तरह, योजना के तहत सब्सिडी वितरण की प्रक्रिया को तेजी से किया जा रहा है, जिससे अधिक से अधिक लाभार्थियों को इसका लाभ मिल सके।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), खेल एवं युवा कल्याण विभाग श्री गिरीश चन्द्र यादव ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उनके अलावा कार्यक्रम में नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष श्रीमती मनोरमा मौर्या, जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र तथा जिला पूर्ति अधिकारी भी मौजूद रहे। इस अवसर पर कई लाभार्थी और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
कार्यक्रम का उद्देश्य और उज्ज्वला योजना की सार्थकता
उज्ज्वला योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन उपलब्ध कराना है, ताकि वे लकड़ी या अन्य पारंपरिक जलाने वाले स्रोतों से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकें। इसके साथ ही, उन्हें सिलेण्डर रिफिल की सब्सिडी भी दी जा रही है, ताकि उनका रसोई गैस की सुविधा पर निर्भरता बढ़ सके और उनका जीवन स्तर ऊंचा हो सके।
उपस्थित अधिकारियों और लाभार्थियों ने साझा किया अनुभव
कार्यक्रम के दौरान, उपस्थित लाभार्थियों ने अपनी खुशी और आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस योजना से उनके जीवन में एक बड़ा बदलाव आया है। पहले उन्हें लकड़ी जलाने के कारण स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब गैस का उपयोग करना उनके लिए बेहद सुविधाजनक और सुरक्षित हो गया है।
लाभार्थियों ने इस योजना के तहत मिलने वाली सब्सिडी का भी स्वागत किया और कहा कि यह उन्हें महंगे गैस सिलेंडरों से बचाता है और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करता है।
समाप्ति पर आभार और संकल्प
कार्यक्रम के समापन के बाद जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र ने सब्सिडी वितरण कार्यक्रम की सफलता को लेकर खुशी व्यक्त की और साथ ही सरकार के निरंतर प्रयासों का उल्लेख किया, जो गरीब और जरूरतमंद लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए किए जा रहे हैं। उन्होंने सभी लाभार्थियों से यह भी अनुरोध किया कि वे गैस सिलेंडर का सही तरीके से उपयोग करें और पर्यावरण को नुकसान पहुँचाने वाली परंपरागत जलाने की विधियों से बचें।
उज्ज्वला योजना का महत्व और आगे की दिशा
इस कार्यक्रम ने यह साफ तौर पर प्रमाणित किया कि उज्ज्वला योजना न केवल महिलाओं के लिए एक सहायक पहल है, बल्कि यह देश के पर्यावरण संरक्षण और स्वास्थ्य सुधार की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। आगे चलकर, इस तरह के कार्यक्रमों के माध्यम से और अधिक लाभार्थियों तक उज्ज्वला योजना का लाभ पहुँचाया जाएगा, जिससे उनकी जिंदगी में और भी सुधार हो सके।
योजना के तहत सरकारी अधिकारियों ने विश्वास दिलाया कि जल्द ही सभी लाभार्थियों को यह सुविधा मिल जाएगी और देश भर में इस योजना के सकारात्मक परिणाम दिखाई देंगे।