कार्यशाला में लोगों में जागरूकता बढ़ाने पर दिया गया जोर
केराकत जौनपुर।
दिशा फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला सोमवार को सफलतापूर्वक संपन्न हो गई। कार्यशाला का आयोजन मुफ्तीगंज विकासखंड स्थित आजाद नगर मुरारा के आज़ाद पूर्व माध्यमिक विद्यालय में आयोजित की गई।जहां विभिन्न सामाजिक संगठनों से जुड़े महिला, पुरुषों और युवाओं ने भाग लिया इस कार्यशाला का उद्देश्य लोगों में धार्मिक स्वतंत्रता के प्रति जागरूकता बढ़ाना और संविधान में निहित धार्मिक अधिकारों की समझ को मजबूत करना था। महाराष्ट्र की संस्था सेंटर फॉर स्टडी ऑफ सोसाइटी एंड सेक्युलरिज्म से आईं नेहा दाभाड़े और मिथिला राउत ने विभिन्न सत्रों का संचालन किया। पहले दिन सेंटर फॉर स्टडी ऑफ सोसाइटी एंड सेक्युलरिज्म के निदेशक एड. इरफान इंजीनियर भी मौजूद रहें, कार्यशाला में सहभागियों के दृष्टिकोण में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए कई रचनात्मक गतिविधियों का आयोजन किया।कार्यशाला में चर्चा करते हुए नेहा दाभाड़े ने बताया कि भारत का संविधान नागरिकों को विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म, और उपासना की स्वतंत्रता प्रदान करता है, फिर भी समाज में धार्मिक कट्टरता का बढ़ता प्रभाव चिंता का विषय बना हुआ है। किस प्रकार अज्ञानता और धार्मिक कट्टरता ने कई धार्मिक दंगों को जन्म दिया है, जिससे हजारों परिवार प्रभावित हुए हैं।
कार्यशाला में नौ सत्रों के माध्यम से समाज में हिंसा रोकने और आपसी भाई – चारा को बढ़ाने के लिए कौन और किस तरह की प्रैक्टिस की जा सकती हैं उस पर कार्यकर्ताओं की समझ बनाने का प्रयास किया गया।
कार्यशाला के समापन सत्र में दिशा फाउंडेशन के लाल प्रकाश राही ने सभी प्रतिभागियों और रिसोर्स पर्सन का आभार व्यक्त किया। कार्यशाला में जिले के विभिन्न हिस्सों से आए सामाजिक कार्यकर्ताओं में प्रीति सिंह,सकीना बानो, करिश्मा शुभम शनि,बीनू सीमा इस्तियाक अहमद समेत आदि ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया।