आतंकवाद के खिलाफ किया गया विरोध प्रदर्शन
संवाददाता : पंकज जायसवाल
जौनपुर। शाहगंज, हसन नसरुल्लाह की मौत के बाद शिया समुदाय में भारी आक्रोश है। जिसको लेकर क्षेत्र के बाद गांव स्थित चहार रौज़ा प्रांगण में सैकड़ोकी संख्या में शिया मुसलमानों ने विरोध कैन्डल मार्च निकाला। हाथों में हसन नसरल्लाह की तस्वीर लेकर जिंदाबाद के नारे लगाए। आक्रोशित शिया मुसलमानों ने इसराइल के जुल्मों सितम का विरोध जताया।
प्रदर्शन कर रहे पूर्व प्रधान मोहम्मद अजहर, मोहम्मद शाहिद इदरीसी, हसन मेहंदी, कमर अब्बास, दुलारे हसन, शाहिद हुसैन, इफ्तिखार हुसैन, मोहम्मद राजा समेत हजारों लोगों ने हिजबुल्लाह के महासचिव सैयद हसन नसरुल्लाह की मौत पर अफसोस जताया। इस पूरी घटना का जिम्मेदार इसराइल को बताया। प्रदर्शन में शामिल सैयद शौकत रिजवी ने कहा, कि आज का दिन हमारे लिए ब्लैक डे है। हम सभी लोग नसरुल्लाह को श्रद्धांजलि देने और इसराइल के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं। ब्रिज प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे मौलाना सैयद अज्मी अब्बास ने बताया हसन नसरुल्लाह हमारे बहुत मजबूत लीडर और शिया कौम के मार्गदर्शक थे। नसरुल्लाह ने शिया समाज और मानवता के लिए कई बड़े काम किए हैं, जिनको भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने हमेशा फिलिस्तीन के पीड़ितों का साथ दिया। इस पूरी घटना का जिम्मेदार इस्राइल है, वो बेगुनाहों का लहू बहा रहा है। प्रदर्शन में शामिल मौलाना एजाज मोहसिन ने बताया कि हसन नसरुल्लाह की मौत का दुख पूरी कौम को है। और आज हम बड़ागांव के चहार रौज़ा के प्रांगण में उसे महान व्यक्तित्व के धनी को श्रद्धांजलि देंगे। हमारी मांग है कि इस्राइल फिलिस्तीन और लेबनान के लोगों पर अपनी आक्रामकता को तत्काल रोके। मार्च में शामिल मशहूर शायर शहर आरसी ने हसन नसरुल्लाह को एक मजबूत शिया मुस्लिम नेता बताया। जिन्होंने हमेशा फिलिस्तीन के उत्पीड़ित लोगों का इजरायली बलों के खिलाफ समर्थन किया। कार्यक्रम में मौजूद पैगाम सिराजी ने हसन नसरुल्लाह की मौत पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए इसे मुस्लिम दुनिया के लिए एक बड़ी क्षति बताया। उनकी हत्या के लिए इजरायली बलों को जिम्मेदार ठहराया।