रिपोर्ट : पंकज सीबी मिश्रा
जौनपुर : जनपद के केराकत विकासखंड में सड़को की स्थिति बेहद दयनीय हालत में है। आप यदि केराकत से थानागद्दी का सफर करें तो आपको सड़क नदारद मिलेगी क्यूंकि अब गड्ढे ही सड़क माने जा रहे। हालाँकि पीडब्लूडी विभाग द्वारा गिट्टे भरे गए थे पर पांच सात दिनों के बरसात नें नए गड्ढों को जन्म दे दिया है जिसमें गिर कर कई राहगीर घायल हो चुके है। कमोंबस इससे भी बुरी स्थिति धर्मापुर बाजार से मुफ़्तीगंज बाजार और मुफ़्तीगंज से केराकत तक की सड़क का है जो जगह जगह भयंकर गड्ढों में तब्दील हो चुकि है। बारिश होने के बाद ये गड्ढे लबालब भर कर छोटे तालाब का रूप अख्तियार करने लगे है और फिर दोपहिया वाहनों से चलने वालों के लिए किसी नर्क से कम नहीं है। ना अब तक इन दोनो बाजारों के सड़को पर बने गड्ढों में गिट्टे डालें गए ना विभाग की ओर से कोई सुध ली गई। यही हाल देवकली से बेलाव पुल तक के सड़क का भी है,पूरी सड़क खतरनाक गड्ढों में तब्दील हो चुकी है कई बार लोगो नें आवाज़ उठाई पर सुनवाई करेगा कौन ! जातिगत राजनीति की भेंट चढ़ा केराकत विधानसभा अब पार्टीगत उठापठक में परेशान है। सपा के चुने हुए सांसद और विधायक एक ही घर के है और क्षेत्र के विकास से बच रहे क्यूंकि उन्हें लगता है की कहीं केराकत की जनता उनके विकासकार्यों कों भाजपा का विकासकार्य ना मान ले। प्रदेश में कई विधानसभा और लोकसभा में प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी भाजपा कों हराकर जनता नें जातिगत नेता चुना, अब अपनी जाति देखकर नेता चुनने वाली केराकत विधानसभा की जनता आज अपने विकास के लिए भविष्य की राह देख रही । सांसद और विधायक यादि इन सड़को पर ध्यान दे और आवाज़ उठाये तो इनका कायाकल्प संभव है किन्तु विपक्षी सांसद और विधायक का तमगा लिए घूमने वाले जनप्रतिनिधि अब बस जातिगत मुद्दे और पार्टी के नीतियों की राजनीति में लीन है। जनता की मूल समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं। केराकत विधानसभा इस समय कई समस्याओं से जूझ रहीं और जनपद के पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक पंकज सीबी मिश्रा इन समस्याओं को समय समय पर उठाकर शासन प्रशासन से इनके निराकरण की गुहार लगाते रहें है। देखना दिलचस्प होगा की बदहाल सड़को के मुद्दे का हल क्या निकलता है ! जिलाधिकारी जौनपुर और वर्तमान सांसद और विधायक इस मुद्दे पर जनता को क्या जवाब देते है! आए दिन होने वाले दुर्घटनाओं से बचने के लिए इन सड़को की मरम्मत अत्यधिक आवश्यक है तथा पानी के जमाव को भी सड़को से हटाने की व्यवस्था होनी चाहिए। सेवइंनाला का जर्जर पुलिया और उसपर बना अनियमित ब्रेकर जानलेवा साबित हो सकता है। इन सब मुद्दों पर शासन से तत्काल कार्यवाही की अपील है।