जौनपुर : महंगाई अपने सर्वोच्च शिखर पर है। खाद्य पदार्थो की कीमतों में तेजी से उछाल ने लोगो की चिंताए बढ़ा दी है। जरुरी खाद्य पदार्थ और सब्जियों के दाम आसमान छू रहें और सरकार संसद और विपक्ष में व्यस्त है। दाल, सब्जी चीनी और तेल की कीमतें आम जनमानस की पहुंच से दूर हो गई है और अब इतनी महंगाई में नौकरियों का जाना और गरीबी में आत्महत्या जैसे मुद्दों ने लोगो का जीना दुश्वार कर दिया है। सरकार यदि शीघ्र ही इन जरुरी कीमतों पर नियंत्रण और जमाखोरी नहीं रोकती और आमद नहीं बढाती तो आने वाले समय में काफ़ी मुश्किलें खड़ी होंगी और सरकार के खिलाफ माहौल बनेगा जो आगामी चुनावों पर व्यापक प्रभाव डालेगी । जनपद के पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक पंकज सीबी मिश्रा ने बताया कि गूगल ने अपने कोर कमेटी से 200 कर्मचारियों की छटनी कर दी इस वर्ष वहीं गेमिंग कम्पनीयों ने 1900 कर्मचारियों को निकाला पिछले तीन माह में और अब तक प्राप्त आंकड़ो में अकेले 2024 में अब तक 330 टेक कम्पनीयों ने 98000 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से विदा कर दिया। अब इस मामले में बैंकिंग सेक्टर भी शामिल हो गया और बुधवार 26 जून को यस बैंक ने अकेले अपने 500 से ज़्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। प्राइवेट सेक्टर के यस बैंक को लेकर बड़ी खबर आई है। इस बैंक में बड़ी छंटनी की गई है और एक साथ 500 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया है। यही नहीं आने वाले दिनों में बैंक में और लोगों की छंटनी की भी संभावना है। बैंक की ओर से इस बड़ी छंटनी के पीछे कॉस्ट कटिंग के साथ ही तमाम अन्य कारण भी बताए गए हैं। बैंक ने जिन 500 कर्मचारियों को नौकरी से बाहर का रास्ता दिखाया है, उन सभी कर्मचारियों को 3 महीने के वेतन के बराबर राशि दी गई है। बिजनेस टुडे पर छपी ईटी की रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि आने वाले महीनों में और छंटनी का अगला दौर देखने को मिल सकता है और बैंक की लिस्ट में कई नाम शामिल हैं। इस ले ऑफ से कई सेक्शन प्रभावित हुए हैं और इनमें होलसेल से लेकर रिटेन यूनिट तक शामिल है। बैंक ने बताया इसका बड़ा कारण यह है कि रिपोर्ट्स के मुताबिक, यस बैंक में की गई ये छंटनी दरअसल, बैंक के रिस्ट्रक्चरिंग प्रोसेस के तहत की गई है और इसके पीछे कॉस्ट कटिंग का हवाला दिया गया है। बैंक डिजिटल बैंकिंग की ओर झुकाव पर फोकस करना चाहता है। इसके साथ ही मैन्युअल वर्क मेंकटौती करनेका इरादा है। एक सूत्र ने कहा कि चल रही रीस्ट्रक्चरिंग प्रोसेस सेबैंक को अपने ऑपरेशनल खर्चों में कटौती करने में भी मदद मिलेगी। राजनीतिक और सामाजिक मामलों के जानकार और जनपद के पत्रकार पंकज सीबी मिश्रा ने बताया कि आने वाले दिनों में छटनी का यह आकड़ा और बढ़ेगा।
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- AdminMS
- February 8, 2024
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